उत्तराखण्ड
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बोले, महिला आरक्षण और धार्मिक स्वतंत्रता संसोधन विधेयक सामाजिक बदलाव के अध्याय की नई शुरुआत, जन सरोकारों से जुड़े सभी विधायकों का किया स्वागत

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मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और पूरे सदन को इस ऐतिहासिक कदम के लिए दिया धन्यवाद
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समाज में बड़ा बदलाव लाने वाला साबित होगा भाजपा सरकार का सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% क्षैतिज आरक्षण का यह कदम
देहरादून । भाजपा ने विधानसभा में पास महिला आरक्षण व धार्मिक स्वतंत्रता संसोधन विधेयक के पास होने पर खुशी जताते हुए इसे प्रदेश में सामाजिक बदलाव के नए अध्याय की शुरुआत बताया है ।पार्टी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने प्रदेशवासियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की तरफ से सीएम पुष्कर सिंह धामी समेत समूचे सदन को इस ऐतिहासिक कदम के लिए धन्यवाद दिया है । प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने बयान जारी करते हुए कहा कि राज्य आंदोलन एवं विकास में मातृ शक्ति के अमिट योगदान के मद्देनजर, भाजपा सरकार का महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी क्षेतिज आरक्षण देने का यह कदम, समाज मे बड़ा बदलाव लाने वाला साबित होगा । यह कदम भाजपा सरकार की मातृ शक्ति के सम्मान, स्वभिमान और सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है । उन्होंने कहा, इसी तरह जबरन या प्रलोभन से धर्मान्तरण करने वालों पर लगाम कसने के उद्देश्य से धार्मिक स्वतंत्रता कानून को अधिक सख्त बनाने वाला संसोधन विधेयक भी पार्टी के जनता से किये संकल्पों को पूरा करने वाला है । उन्होंने सदन में पास सभी विधेयकों को जनसरोकारों से जुड़ा हुआ बताते हुए स्वागत किया है ।
कांग्रेस के गैरसैण प्रेम को दिखावा और गैर जरूरी करार दिया
देहरादून । भाजपा ने सत्र के दौरान गैरसेण को लेकर कॉंग्रेस विधायकों के हंगामे को गैर जरूरी और सदन का कीमती समय जाया करने वाला बताया है । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि जो पार्टी सत्ता में रहते हुए हमेशा पृथक राज्य का विरोध कर आंदोलन को कमजोर करती आयी हो, आज वही गैरसेण के लिए घड़ियाली आँसू बहा रही है ।
प्रदेश अध्यक्ष ने आज इस विषय पर कॉंग्रेस द्धारा सदन के अंदर किए गए व्यवधान को दुर्भाग्यपूर्ण और विकास को लेकर सकारात्मक चर्चा से भागने वाला बताया है । उन्होने कहा कि वह दिन अधिक पुराने नहीं है जब प्रदेशवासी राज्य निर्माण आंदोलन में शहादत दे रहे थे तो कॉंग्रेस पार्टी अधिकांश समय उत्तर प्रदेश व केंद्र में दमनकारी समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर सरकार चला रही थी । कांग्रेस इससे पूर्व भी हमेशा सत्ता में रहते राज्य निर्माण की भावनाओं को दबाने का काम किया । राज्य निर्माण के उपरांत भी पहली निर्वाचित सरकार के रूप में राजधानी के मसले को हल करने के अधिकार का कभी प्रयोग नहीं किया और बाद में केंद्र में रहते भी इस मामले को लटकाये रखा। लेकिन प्रदेश की महान जनता कुछ भी नहीं भूली वो सब जानती है कि राज्य विरोधी कॉंग्रेस का इस हंगामे का मकसद भी विधेयकों व योजनाओं पर होने वाली चर्चाओं को रोककर प्रदेश के विकास को अवरुद्ध करना है ।
महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा के अनुरूप ग़ैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित कर वहाँ के चौमुखी विकास के लिए मास्टर प्लान बनाया है । ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसेण में जितनी भी आधारभूत संरचना व संसाधन विकसित किए गए उनमे अधिकांश भाजपा सरकारों के कार्यकाल में हुए हैं । उन्होने विश्वास जताया कि विकास के शेष सभी कार्य भी भाजपा सरकार में ही पूरे होंगे जिसके लिए कॉंग्रेस को चिंता करने की जरूरत नहीं है । उन्होने कॉंग्रेस पर आरोप लगाया कि जब विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र चयन को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी तो सभी हाँ में हाँ मिलाकर चले गए और अब जनता को बरगलाने के लिए गलतबयानी कर रहे हैं। उन्होने तंज़ किया कि बंद कमरे में कुछ कहना और बाहर आकर पलट जाना कॉंग्रेस की पुरानी आदत है ।