उत्तराखण्डपिथौरागढ़

सीएम  धामी ने अपनी जन्मभूमि पिथौरागढ़  को दी   217 करोड़ के विकास कार्यों की  सौगातें, 65 योजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास, जनपद के विकास के लिये की कई घोषणायें, कहा – अब विकास की दौड़ में हमारे सीमांत जनपद रहेंगे सबसे आगे

जनपद के दारमा ब्यास घाटी की महिलाओं के साथ की चरखे व ऊन की कताई, पारंपरिक विधि से की कालीन बुनाई
बिण सिडकुल आस्थान में 253 उद्यमियों को व्यवसायिक भूखंड किये आवंटित
प्रदेश के अन्य जिलों की भांति ही अपनी जन्मभूमि में माताओं बहनों के प्यार और दुलार से  अविभूत दिखे सीएम 
मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज, राज्य एवं राष्ट्र का संपूर्ण विकास मुमकिन 
पिथौरागढ़।  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देव सिंह मैदान, पिथौरागढ़ में आयोजित ‘दीदी-बैंणा’ नारी शक्ति महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल ₹ 217.28 करोड़ की कुल 65 विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें ₹ 82.82 करोड़ की कुल 37 योजनाओं का लोकार्पण एवं ₹ 134.45 करोड़ की 28 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
इस दौरान मुख्यमंत्री  धामी ने अपनी जन्मभूमि जनपद पिथौरागढ़ के विकास को समर्पित विभिन्न घोषणाएं कि जिसमें आंवला घाट फेज-2 पेयजल योजना का निर्माण कार्य किए जाने, फगाली गाड़ से पनार पुल तक वैकल्पिक सड़क मार्ग का निर्माण कार्य किए जाने, मोस्टामानू मंदिर का सौंदर्यकरण किए जाने, नैनी-सैनी से जाजरदेवल तक हॉटमिक्स सड़क व नाली निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री  धामी ने विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन के साथ भगवान श्री राम दरबार एवं कन्या पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने धारचूला की दारमा, व्यास घाटियों के वाइब्रेंट विलेज से आई  महिलाओं के साथ बागेस्वरी चरखे एवं तकली से ऊन कताई की।  साथ ही उन्होंने रांच में पारंपरिक विधि से कालिन भी बनाया। मुख्यमंत्री ने फिरका और बिंडा (मटका) के माध्यम से मट्ठा भी बनाया। साथ ही सिलबट्टे में हरा नून ( नमक) पीसा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी  ने बिण सिडकुल आस्थान में 253 उद्यमियों को व्यवसायिक भूखंड आवंटन स्वीकृति पत्र प्रदान किए। उन्होंने पर्यटन विभाग/ जिला प्रशासन की कॉफी टेबल बुक का विमोचन करने के साथ ही मिलेट द्वारा निर्मित भीटोली का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री धामी  ने 6 मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट, 6 अंतरराष्ट्रीय बालिका खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
इस मौके परखा सांसद अजय टम्टा ने सभी अतिथियों व महिलाओं का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार सभी जन समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने व प्रदेश देश का सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है।
इस दौरान विधायक बिशन सिंह चुफाल, विधायक फकीर राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा, दायित्व धारी गणेश भंडारी, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भोरियाल ब्लॉक प्रमुख सुनीता कन्याल ,बबीता चुफाल, विनीता बाफिला, अर्चना गंगोला, भाजपा जिला अध्यक्ष गिरीश जोशी जिलाधिकारी रीना जोशी, एसपी लोकेश्वर सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
सीएम बोले, अपनी जन्मभूमि पिथौरागढ़ में आना उनके लिए हमेशा  होता है भावुक क्षण
मुख्यमंत्री धामी ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित माताओं एवं बहनों का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि अपनी जन्मभूमि पिथौरागढ़ में आना उनके लिए हमेशा भावुक क्षण होता है। उन्होंने कहा कि  आज जिन 206 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है, वो सभी जनपद के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। इस क्षेत्र के विकास के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों की भांति ही अपनी जन्मभूमि में माताओं बहनों का जो प्यार और दुलार उन्हें मिला है उससे वे अविभूत हैं।
जनपद पिथौरागढ़ के विकास के लिए राज्य सरकार हर संभव  कर रही कार्य
मुख्यमंत्री  धामी ने कहा कि जनपद पिथौरागढ़ के विकास के लिए राज्य सरकार हर संभव कार्य कर रही है। पिथौरागढ़ में जल्द ही मेडिकल कॉलेज बनेगा। जिसके लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। मेडिकल कॉलेज  के लिए  लगभग 1 हजार से ज्यादा पदों की स्वीकृति पर मंत्रिमंडल द्वारा सहमति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा  कि पिथौरागढ़ में पार्किंग पंपिंग योजनाएं प्रशासनिक भवन सड़कों के निर्माण कार्य में भी तेजी आई है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत पिथौरागढ़ के मंदिरों को भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा नैनी सैनी हवाई अड्डे में 19 सीटर विमान की ट्रायल लैंडिंग सफल हुई है। डीजीसीए की अनुमति आने पर यह विमान नियमित पिथौरागढ़ से चलेगा। उन्होंने कहा विकास की दौड़ में हमारे सीमांत जनपद  सबसे आगे रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि  राज्य की मातृ शक्ति अपनी प्रतिभा एवं कौशल से आगे बढ रही हैं। उत्तराखंड राज्य निर्माण में मातृ शक्ति का सबसे बड़ा योगदान रहा। महिलाएं परिवार के साथ ही समाज और प्रदेश हितों का भी ख्याल रखती हैं। मातृ शक्ति के सहयोग से ही समाज, राज्य, राष्ट्र का संपूर्ण विकास संभव है।
महिलाएं जिस भी कार्य को अपने हाथों में लेती हैं, उसे स्वाभाविक तौर पर पूरा करती हैं। परिश्रम और मातृ शक्ति एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्र की मातृ शक्ति शिक्षित होने से उस राष्ट्र का वर्तमान के साथ भविष्य भी सुरक्षित रहता है।

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