उत्तराखण्ड

अचानक धामी पहुंचे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के घर, बढ़ी सियासी हलचल
पार्टी नेताओं के भीतरघात के बयानों से मची है खलबली
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में जमकर हलचले मची हुई है। एक ओर उत्तराखण्ड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भाजपा-कांग्रेस में हर रोज कई समीकरण सामने आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा को उसके ही अपने विधायकों और प्रत्याशियों ने भीतरघात के बयान देकर असहज कर रखा है।
10 मार्च को मतगणना के बाद ही साफ हो पाएगा कि प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बन रही है। मगर समीकरण और सरकार बनाने के लिए सभी मुद्दों पर चर्चा भी जारी है। इसी बीच रविवार शाम को नई दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के घर में उनसे मिलने पहुंच गए। भाजपा के दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हई है। चुनाव के बाद भाजपा पुनः सरकार बनाने का दावा कर रही है तो दूसरी ओर, भाजपा की टिकट से विधानसभा चुनाव लड़े प्रत्याशियों के भीतरघाट के आरोपों के बीच पार्टी हाईकमान को असहज भी कर दिया है। इस मसले पर हाईकमान भी खासा सतर्क हो गया है। प्रदेश महामंत्री संगठन से इस मामले पर रिपोर्ट भी मांगी गई। भाजपा में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष पर सीधे इस तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं। आरापों के बाद, पार्टी हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सहित कई नेताओं को दिल्ली तलब कर सकता है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली से लौटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के आवास पर पहुंच कर सियासी हालात पर चर्चा की। सीएम धामी चार दिन पहले दिल्ली गए थे। वहां उनकी हाईकमान के नेताओं से मुलाकात भी हुई थी। रविवार शाम को साढ़े पांच बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचने के बाद वे सड़क मार्ग से सीधे पहले डिफेंस कालोनी स्थित पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के आवास पर पहुंचे। त्रिवेंद्र और उनकी पत्नी सुनीता रावत ने पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। वहीं, धामी ने त्रिवेंद्र को शाल औढ़ाकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री बनने के बाद धामी की दूसरी बार पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के आवास पर पहुंचे। धामी दिल्ली रवाना होने से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात कर चुके हैं। अब धामी की पूर्व त्रिवेंद्र से मुलाकात ने सियासी हलचलों को बढ़ाने का का किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button