उत्तराखण्ड
गोदियाल की दो टूकः चुनाव आयोग ने संदिग्ध पोस्टल बैलेट पर कार्यवाही न की तो कांग्रेस जाएगी हाईकोर्ट
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व काबिना मंत्री राजेंद्र भंडारी ने पोस्टल बैलेट को लेकर उठाए गंभीर सवाल
- कहा, चुनाव आयोग से किया गया है दिवंगत, रिटायर कार्मिकों के पोस्टल बैलेट को निरस्त करने का अनुरोध
- मेरी अपनी श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में भी पोस्टल बैलेट में गड़बड़ियां आ रही सामने
देहरादून। उत्तराखण्ड में पोस्टल और सर्विस वोटर को लेकर कांग्रेस व भाजपा में मची रार कम होने का नाम नहीं ले रही है। दोनों ही दल इसे लेकर एक-दूसरे पर हमले करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। आरोप प्रत्यारोप इस मुद्दे को लेकर जारी है। अब कांग्रेस ने इस मामले में नया ऐलान कर एक बार फिर सियासी चर्चा गरम कर दी है। विधानसभा चुनाव में पोस्टल और सर्विस वोटर में धांधली का आरोप लगा रही कांग्रेस हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी भी कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि यदि चुनाव आयोग ने संदिग्ध पोस्टल और सर्विस बैलेट की जांच और कार्रवाई न की तो सभी विकल्प खुले हुए हैं। रविवार को राजीव भवन में मीडिया कर्मियों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी ने पोस्टल बैलेट को लेकर गंभीर सवाल उठाए। गोदियाल ने कहा कि खुद उनके विधानसभा क्षेत्र में पोस्टल बैलेट में गड़बड़िया सामने आ रही है। करीब तीन साल पहले सेना से रिटायर हो चुके व्यक्ति के पोस्टल बैलेट आने के वो खुद भी गवाह हैं। कम से कम 300 ऐसे पोस्टल बैलेट हैं, जो शक के दायरे में हैं। भंडारी ने कहा कि बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र में भी 50 से ज्यादा ऐसे मामले उनकी जानकारी में आए हैं। पोस्टल बैलेट की यह विसंगति बेहद चिंताजनक है। गोदियाल ने कहा कि इस मामले में चुनाव आयेाग को कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है। दिवंगत, रिटायर कार्मिकों के पोस्टल बैलेट को निरस्त करने का अनुरोध किया गया है। यदि ऐसा नहीं होता तो कांग्रेस कानूनी लड़ाई लड़ेगी। हाईकोर्ट में इसके खिलाफ रिट की जाएगी। दावा किया है कि चुनाव में भाजपा बुरी तरह से हार रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं के दम पर पूरी हिम्मत और ऊर्जा के साथ चुनाव लड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उत्तराखण्ड में सरकार बनाएगी, इसका उन्हें और पार्टी के हर कार्यकर्ता को पूरा यकीन है।