बिहार में पुल का हिस्सा गिरने के लिए अधिकारी ने तेज हवाओं को बताया जिम्मेदार
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार के सुल्तानगंज में एक निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरने के लिए ‘तेज हवाओं’ को जिम्मेदार बताने वाले एक आइएएस अधिकारी के बयान पर आश्चर्य जताया। गत 29 अप्रैल को सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बन रहे एक पुल का एक हिस्सा आंधी के दौरान गिर गया था। हालांकि, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ था। गडकरी ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, बिहार में 29 अप्रैल को एक पुल गिर गया था। अपने सचिव से इसका कारण पूछने पर उन्होंने जवाब दिया कि ऐसा तेज हवा और धुंध के कारण हुआ था। उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि एक आइएएस अधिकारी इस तरह के स्पष्टीकरण पर विश्वास कैसे कर सकता है। गडकरी ने कहा, मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि हवा और धुंध के कारण पुल कैसे गिर सकता है। जरूर कुछ गलती हुई होगी जिससे यह पुल गिरा।कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने गुणवत्ता से समझौता किए बिना पुलों के निर्माण की लागत कम करने की जरूरत पर बल दिया। यह पुल करीब 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा था। गनीमत है कि इस हादसे की वजह से जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। इस मामले की जांच के लिए ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज पाल सुल्तानगंज पहुंचे। उनके साथ पटना से एनआईटी की टीम भी पहुंची थी। सचिव ने बताया कि मामले की जांच एनआईटी पटना की एक्सपर्ट टीम कर रही है। गौरतलब है कि ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव ने कहा कि इस घटना के बाद भी निर्धारित समय पर पुल निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। दिसंबर में पुल के लोकार्पण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था हर हाल में दिसंबर में पुल निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।