खरीफ सीजन के लिए करें पुख्ता बंदोबस्त, केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को दी हिदायत
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को खरीफ सीजन वाली फसलों की खेती के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने की सलाह दी है। उन्नत बीज, फर्टिलाइजर और कीटनाशकों की उपलब्धता की जानकारी भी मांगी गई है। खरीफ सीजन-2022 के लिए कुल 16.32 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें धान के उत्पादन का लक्ष्य 11.2 करोड़ टन तय किया गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक चालू सीजन में मानसून की बारिश सामान्य रहेगी। इससे अच्छी खेती का अनुमान है। खरीफ-2022 की खेती के लिए पिछले साल के 1.78 करोड़ टन यूरिया के मुकाबले 1.79 करोड़ टन यूरिया और 65.18 लाख टन डीएपी के मुकाबले 58.82 लाख टन डाई अमोनियम फास्फेट (डीएपी) की जरूरत है। इसी तरह पिछले खरीफ सीजन 2021 के 20.24 लाख टन म्यूरिट आफ पोटाश (एमओपी) के मुकाबले 19.82 लाख टन एमओपी, 61.87 लाख टन एनपीके के मुकाबले 63.72 लाख टन एनपीके की आवश्यकता है। कृषि आयुक्त डाक्टर अशोक कुमार सिंह के मुताबिक फर्टिलाइजर से लेकर बीज और कीटनाशकों की ज्यादातर जरूरतों को राज्यों की मदद से पूरा कर लिया गया है। खरीफ सीजन के लिए 648 जिलों के लिए आपातकालीन योजना तैयार की गई है, ताकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में उसे लागू किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आज 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की सम्मान निधि राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी है। पीएम मोदी शिमला में आयोजित श्गरीब कल्याण सम्मेलनश् कार्यक्रम के दौरान किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर की। वहीं, धनराशि ट्रांसफर करने के साथ ही पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थी किसानों से बातचीत भी की।