प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने सरखेत में बादल फटने से हुए नुकसान का लिया जायजा
राहत बचाव कार्याे में और तेजी से कार्य करने को दिए निर्देश
देहरादून। प्रदेश के कृषि एवम ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बीती रात्रि देहरादून के सरखेत (मालदेवता) में बारिश से हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण करने आपदा प्रभावित क्षेत्र पहुँचे। गौरतलब है कि सरखेत (मालदेवता) में बादल फटने के कारण अत्याधिक नुकसान हुआ है। रायपुर क्षेत्र में बादल फटने के बाद स्थानीय नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही रायपुर से थानों मार्ग में जो सॉन्ग नदी पर पुल बना था वह भी टूट गया है।
घटना की सूचना मिलते ही शनिवार प्रातः 6ः45 मिनट पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी घटना स्थल पहुंचे, जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मंत्री जोशी ने प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में तेजी से कार्य करने के लिए निर्देशित किया। गौरतलब है कि सरखेत मालदेवता में आपदा के कारण कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शनिवार के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि वह आज पूरा दिन आपदा प्रभावित इलाके में रहकर व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। काबीना मंत्री जोशी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आग्रह कर घायलों को अस्पताल पहुँचाने के लिए हेलीकाप्टर की व्यवस्था करवाई। हेलीकाप्टर ने आपदा प्रभावित क्षेत्र के दिनेश सिंह कैंथुरा, उनकी माता सोंधी देवी और उनकी पत्नी सुनीता को देहरादून के मैक्स अस्पताल लाए ताकि उन्हें त्वरित एवं उचित इलाज मिल सके। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि सरखेत में भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है। 10 मकान बह गए हैं, 8 मकान दब गए हैं, 5 लोग लापता है। 60 से अधिक पशुओं की हानि हुई है, कई गाड़ियां बह गई है, 5 लोग घायल हुए हैं, जिसमें दिनेश सिंह, सुनीता देवी और सोंधी देवी उनको मैं हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्रट कराकर मैक्स अस्पताल में लाया हूं और उनका उपचार चल रहा है। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि उनका जो भी इलाज होगा उसका खर्चा राज्य सरकार वहन करेगी। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि इस कष्ट की घड़ी में पूरी सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं, बार-बार मुझसे जानकारी ले रहे थे कितना नुकसान हुआ है। मैं इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यत्तफ़ करता हूं और जो भी हर संभव मदद होगी वह लोगों की की जाएगी। फिलहाल प्रभावितों को एक डिग्री कॉलेज में शिफ्ट कर रहे हैं। चूँकि यह घाटी रहने योग्य नहीं है, इसलिए प्रभावित परिवारों की परमानेंट शिफ्टिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी सोनिका, एसएसपी डीएस कुंवर, वीर सिंह, अनुज कौशल, समीर पुंडीर, प्रधान दिनेश कुमार, सरखेत प्रधान संजय कघेटवाल, घनश्याम नेगी, बीडीसी बालम सिंह आदि उपस्थित रहे।