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देहरादून में 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी चैंपियनशिप का हुआ आगाज, सीएम पुष्कर धामी ने की उत्तराखंड में खेल कोटा बहाल करने की बड़ी घोषणा, 11 साल बाद स्पोर्ट्स कोटे से जल्द शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
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कहा, भारत की धरती रही है कि तीरदांजो की जननी
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उत्तराखंड में पहली बार हो रहा है इस प्रतियोगिता का आयोजन
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प्रदेश में 2011 से बंद है खेल कोटे से भर्ती
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14 से 19 दिसंबर तक होगा प्रतियोगिता का आयोजन
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196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी दिखाएंगी तीरंदाजी का जोहर
एस. आलम अंसारी
देहरादून ।उत्तराखंड पुलिस की और से आयोजित 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी चैंपियनशिप का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को पुलिस लाइन, देहरादून में शुभारंभ किया। अलग- अलग राज्यों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट के साथ अतिथियों का स्वागत किया। सीएम ने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी। इस मौके पर सीएम पुष्कर धामी ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में खेल कोटा पुनः शुरू किया जाएगा। वहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि खेल कोटा से जल्द भर्ती शुरू की जाएगी।
डीजीपी अशोक कुमार ने सीएम से अनुरोध किया कि खेल कोटे से होने वाली भर्ती 2011 से बंद है। जिसके चलते पुलिस खिलाड़ी कम गोल्ड मेडल ला रहे हैं। उन्होंने इस कोटे से भर्ती प्रक्रिया खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि पॉलिस बन गई है जिस पर जल्द काम करना है।
मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न राज्यों एवं सशस्त्र बलों से पहुंचे तीरंदाज खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत की धरती तीरंदाजी की जननी रही है। तीरंदाजी जिसे भारतीय संस्कृति में धनुर्विद्या के नाम से जाना जाता रहा है, प्रमुख खेल होने के साथ ही युद्ध कला की एक प्राचीन विद्या भी रही है। त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और भगवान परशुराम की धनुर्विद्या की बात करें या द्वापर युग में भीष्म, अर्जुन, कर्ण और वीर अभिमन्यु की धनुर्विद्या की बात करें, हमारा इतिहास महान योद्धाओं और वीर धनुर्धरों की वीरता और धनुर्विद्या का साक्षी रहा है। देहरादून की महान धरती तो स्वयं में महान धनुर्धर गुरु द्रोण की तपस्थली रही है। इस प्रतियोगिता का आयोजन देहरादून में होना अपने आप में गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में समृद्ध खेल संस्कृति का विकास हो रहा है जिसके परिणामस्वरूप हमारे खिलाड़ियों की ओर से विभिन्न खेलों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई खेल नीति को लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन और उनके बुनियादी सुविधाओं के लिए व्यवस्था की गई है। खेल व्यक्ति के चहुंमुखी विकास के लिए लाभदायक हैं। खेल हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा भी देते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेल के क्षेत्र में हमारे युवाओं की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में 11 साल बाद खेल कोटे से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। 2011 से खेल कोटे से भर्ती बंद थी। सीएम ने अब जल्द भर्ती शुरू किए जाने की बड़ी घोषणा की है। इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक कैंट सविता कपूर, उत्तराखण्ड आर्चरी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र तोमर, आयोजन सचिव मुख्तार मोहसिन, पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी, राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मौजूद थे।
19 राज्यों की पुलिस टीमों सहित कुल 26 टीमें ले रही प्रतियोगिता में भाग: डीजीपी अशोक कुमार
देहरादून । पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड में अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन पहली बार हो रहा है। इस आयोजन में 19 राज्यों की पुलिस टीम सहित सशस्त्र बलों को मिलाकर कुल 26 टीमों की ओर से प्रतिभाग किया जा रहा है। 14 से 19 दिसम्बर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में कुल 316 खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें 196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।