उत्तराखण्डक्राइम
आखिर शिकंजे में आया एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाला शातिर, 51 एटीएम कार्ड बरामद, गिरोह के दो सदस्य भागने में हुए कामयाब
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लाईन में लगे लोगों को बातों में उलझाकर बदल लेते थे एटीएम
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आरोपियों ने कई वारदातों को दिया अंजाम , लोगों के पैसे निकाले
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एसएसपी दिलीप सिंह कुवंर ने दी मामले की जानकारी
देहरादून। उत्तराखंड में साइबर ठगी के बढ़ते मामले पुलिस के लिए चुनौती बनते जा रहे है। हालांकि पुलिस साइबर ठगों पर लगाम लगाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। ऐसे ही मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह मामला एटीएम बदलकर ठगी करने से जुड़ा हुआ है।
सेलाकुई थाना क्षेत्र में पुलिस ने एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। इस दौरान आरोपी के दो अन्य साथी फरार होने में कामयाब हो गए। पुलिस को आरोपी के कब्जे से अलग-अलग बैंकों 51 एटीएम कार्ड मिले है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य एटीएम की लाइनों में लगे लोगों को बातों में उलझाकर उनके एटीएम के विषय में जानकारी ले लेते हैं और मौका पाकर उनका एटीएम बदल लेते हैं और फिर उनके एटीएम से पैसे निकाल लेते थे। आरोपियों ने इसी तरह की कई वारदातों को अंजाम दिया है। एसएसपी दिलीप सिंह कुवंर ने बताया कि 18 दिसंबर को आईएसबीटी के पास एटीएम की अदला-बदली कर 14000 रुपये की ठगी की थी। इस मामले में थाना पटेल नगर में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, 18 दिसंबर को सेलाकुई में मासूम अली एटीएम में पैसे निकालने के लिये लाइन में लगा था।
इस दौरान दो-तीन लड़के मासूम के आगे पीछे लाइन में लगे थे, जो एटीएम पर लगी चिप के बारे में आपस में बात कर रहे थे। इनमें से एक लड़के ने बातों-बातों में मासूम से एटीएम के बारे में पूछा। जिस पर उसने अपना एटीएम हाथ में लेकर मासूम को दिखाया और मासूम से कहा कि आपके एटीएम में चिप नहीं है ये काफी पुराना लग रहा है। उसके बाद उन्होंने उसका एटीएम वापस कर दिया और उसने अपना एटीएम जैकेट की जेब में रख दिया और लाइन में लगा रहा। जैसे ही उसका नंबर एटीएम में आने वाला था तो उसने अपनी जेब में हाथ डालकर अपना एटीएम निकालना चाहा तो देखा कि जेब से एटीएम गायब था और उसके आगे पीछे लगे लड़के भी वहां से गायब थे। मासूम को फौरन शक हुआ कि उन्हीं तीनों लड़को में से ही किसी ने उसका एटीएम चोरी किया है। जिस सम्बन्ध में थाना सेलाकुई में मुकदमा पंजीकृत किया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीम का गठन किया और गठित टीम द्वारा घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को देखा गया। इसी दौरान चेकिंग में लगी टीम को सिमकॉम चौक से एबीसी बैरिंग कंपनी की तरफ जाते हुए रास्ते पर तीन लड़के अंधेरे में जाते हुए दिखाई दिये, जिन्हें शक के आधार पर रूकने के लिये कहा गया तो वो दोनों अंधेरे का फायदा उठाते हुए भागने लगे। जिस पर पुलिस टीम ने उनका पीछा कर उन्हें पकड़ने का प्रयास किया गया, जिसमें उन तीनों में से एक आरोपी को पकड़ लिया और बाकी दो व्यक्ति अंधेरे का फायदा उठाते हुए मौके से फरार हो गये। पकड़े गये व्यक्ति से सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अपना नाम प्रदीप कश्यप निवासी देवबंद बताया गया। बाकी दोनो आरोपी परवेज और लव कुश की तलाश जारी है। एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने बताया कि तीनों आरोपी एटीएम की लाइन में लगे लोगों को बातों में उलझाकर उनसे उनके एटीएम के विषय में जानकारी ले लेते हैं और मौका पाकर उनका एटीएम बदल लेते हैं। उसके बाद में उनके एटीएम से पैसे निकाल लेते हैं। आरोपी पहले भी कई बार इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। साथ ही दोनों फरार की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। ठग को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक मुकेश नेगी, हेड कांस्टेबल चन्द्रपाल सिंह, कांस्टेबल संजय कुमार व त्रेपन सिंह मौजूद रहे।