उत्तराखण्डदेहरादून
विधानसभा के बाहर धरना दे रहे बर्खास्त कर्मचारियों को पुलिस ने जबरन उठाया, तीखी झड़प के बाद गाड़ियों में भरकर एकता विहार ले जाकर छोड़ा
-
2 महिलाओं की तबीयत हुई खराब, पुलिस ने कोरोनेशन अस्पताल में कराया भर्ती
-
कहा , मांगे न मानी गई तो स्पीकर के घर के बाहर आत्मादाह करने को होंगे मजबूर
देहरादून । बैकडोर भर्ती के मामले में विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों ने बुधवार को भी विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के तीसरे दिन इन तमाम कर्मचारियों को भारी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जबरन उठाया, जिसका तमाम कर्मचारियों ने पुरजोर विरोध किया| पुलिस के साथ झड़प के दौरान दो महिलाएं मौके पर ही बेहोश हो गई, जिनको की पुलिस द्वारा कोरोनेशन हॉस्पिटल भर्ती किया गया|
बर्खास्त कर्मचारियों का धरने का तीसरा दिन बड़ा संघर्षमय रहा, पुलिस ने जबरदस्ती कर्मचारियों को धरना स्थल से उठाकर गाड़ियों में भरकर सभी कर्मचारियों को पुलिस ने सहस्त्रधारा रोड स्थित एकता बिहार में छोड़ दिया । इस दौरान एक महिला कार्मिक सरस्वती मौके पर ही बेहोश हो गई एवं एक कार्मिक की 55 वर्षीय मां नविता देवी को हृदय संबंधी परेशानी हुई । जिसके बाद दोनों को पुलिस ने कोरोनेशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया । महिला कार्मिक को डॉक्टरों ने हायर सेंटर में दिखाने की बात कही, वही कार्मिक की मां अभी भी हॉस्पिटल में भर्ती है। बता दें कि इस संघर्ष में बर्खास्त कार्मिकों के परिजन भी साथ चल रहे हैं। बर्खास्त कर्मचारियों ने एकता विहार से जुलूस निकालकर कोरोनेशन अस्पताल में अपना अनशन जारी रखा। कार्मिकों ने प्रशासन के सामने मांग रखी की वे सब विधानसभा के बाहर ही धरना प्रदर्शन करेंगे चाहे उन्हें पुलिस गिरफ्तार करके जेल में ही क्यों ना रख दे|
इन तमाम बर्खास्त कर्मियों का कहना है कि जब कोटिया कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक 2001 से 2021 तक सभी 396 नियुक्तियों को अवैध और अनियमित माना गया है तो फिर 2016 के बाद हुई 228 नियुक्तियां ही सिर्फ़ क्यों अवैध मानी गई हैं जिसको लेकर बर्खास्त कर्मी विधानसभा अध्यक्षा ऋतु खंडूरी भूषण के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं।इतना ही नहीं इन तमाम कर्मचारियों ने ये भी चेतवानी दी है कि अगर इनकी मांगों को नहीं माना जाता तो ये विधानसभा अध्यक्ष के घर के बाहर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी विधानसभा अध्यक्ष की होगी।
बर्खास्त कार्मिकों ने बताया है कि वे सभी विधानसभा के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे जब तक उनके साथ न्याय नहीं हो जाता। इस दौरान कौशिक भैसोड़ा, भगवती सानी, धर्मेंद्र सिंह कार्की, अरविंद सिंह भंडारी, राजकिशोर, हेमंत जोशी, रविंद्र सिंह रावत, ओम प्रकाश, राजीव शाह, कपिल धोनी, शिवराज सिंह धानक, शिव चरण डबराल एवं अन्य कर्मचारी मौजूद थे|