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एसटीएफ ने 4500 पेज में दाखिल किया है आरोप पत्र
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आरोपियों के खिलाफ दाखिल किए गए हैं तमाम साक्ष्य व सबूत सहित पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस
देहरादून। यूकेएसएसएससी के ग्राम पंचायत विकास अधिकारी (वीपीडीआ) भर्ती घोटाले में एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। एसटीएफ ने 4500 से पेज की चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट 6 आरोपियों के खिलाफ जारी की गई है।
उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि उसने विजिलेंस कोर्ट में 4500 पन्नों की जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें यूकेएसएसएससी के पूर्व अध्यक्ष आरबीएस रावत, सचिव एम एस कन्याल, एग्जाम कंट्रोलर आरएस पोखरिया और लखनऊ आरएमएस प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान, उसके भाई संजीव चौहान और प्रेस कर्मचारी विपिन बिहारी के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया है।
एसटीएफ की 4500 पन्नों की चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ तमाम साक्ष्य और सबूत सहित पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस दाखिल किए गए हैं। एफएसएल रिपोर्ट में यह बात साबित हो चुकी है कि परीक्षा की ओएमआर सीट से छेड़छाड़ कर नौकरी पाने वाले अभियुत्तफ़ों को फायदा पहुंचाया गया।जांच पड़ताल में इस बात के भी प्रमाण सामने आए कि तत्कालीन उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष व सचिव के घर जाकर आरोपित लोगों ने आंसर शीट में छेड़छाड़ कर नंबर बढ़ाने का अपराध किया। कुछ महीने पहले ही वीपीडीआ भर्ती घोटाले 2016 की जांच विजिलेंस से एसटीएफ को ट्रांसफर की गई थी। ऐसे में एसटीएफ ने इस केस में यूकेएसएसएससी अधिकारियों सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ इस केस में पहले मुकेश कुमार, राजेश पाल और मुकेश शर्मा के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। ऐसे में अब तक 9 लोगों के खिलाफ इस केस में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। बाकी 3 लोगों के खिलाफ भी जल्द आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल की तैयारी है।
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक वीपीडीआ भर्ती घोटाले में अब तक 9 लोगों के खिलाफ पुख्ता साइंटिफिक एविडेंस के साथ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। वहीं आने वाले दिनों इस केस चर्चित में हाकम सिंह, चंदन सिह मनराल और शातिर केंद्रपाल के खिलाफ भी जल्द चार्जशीट कोर्ट में दाखिल होगी।
एसटीएफ ने जांच में दिखाई तेजी
देहरादून । वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी वीपीडीआ भर्ती घोटाले का मामला सामने आने के बाद वर्ष 2020 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन विजिलेंस में लंबे समय तक जांच अधर में लटकने के चलते सितंबर 2022 में मामले की इन्वेस्टिगेशन एसटीएफ को ट्रांसफर हुई। ऐसे में एसटीएफ ने आयोग के पूर्व अध्यक्ष सहित कुल 12 लोगों को गिरफ्तार कर अभियुक्त बनाया। अब तक 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। एसटीएफ के मुताबिक अब आने वाले दिनों में हाकम सिंह सहित अन्य 3 लोगों पर भी चार्जशीट दाखिल करने की कार्रवाई तेजी से चल रही है।
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