उत्तराखण्डदेहरादून

भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के राहुल गांधी को हनुमान का अंशावतार बताने को   चाटुकारिता की पराकाष्ठा और सनातन संस्कृति का अपमान बताया

  • प्रदेश मीडिया प्रभारी चौहान ने कहा, पूर्व मुख्यमंत्री  को देश और राज्यवासियों से सार्वजनिक रूप से मांगनी चाहिए माफी

  • कसा तंज , प्रदेश कांग्रेस नेता कोशिशों के बाद भी   राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से उत्तराखंड को नहीं जोड़ पाए

देहरादून  । भाजपा ने पूर्व सीएम हरीश रावत  के  राहुल गांधी को हनुमान का अंशावतार बताने को चाटुकरिकता की पराकाष्ठा तथा सनातन संस्कृति का अपमान बताया ।
प्रदेश मीडिया प्रभारी  मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि सलमान खुर्शीद के बाद रावत ऐसे नेता हैं, जिन्होंने सनातन संस्कृति पर चोट की। उन्होंने कहा कि रावत को देश और राज्यवासियों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी यात्रा में अग्निवीरों पर आपत्तिजनक टिपण्णी कर सेना का अपमान कर रहे हैं और हरदा उनकी भगवान से तुलना कर रहे हैं, सैनिक प्रदेश देवभूमि उत्तराखंड की जनता इसे बर्दाश्त नही करने वाली है।
चौहान ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, लाख कोशिशों के बावजूद भी वे सब राहुल की भारत जोड़ो यात्रा से उत्तराखंड को नहीं जोड़ पाए जिससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस आलाकमान को देवभूमि से कितना प्रेम है । लेकिन अफसोस है कि कल तक उत्तराखंडियत की बात करने वाले कांग्रेसी नेताओं को इस अपमान से कोई फर्क नहीं पड़ा । बावजूद इसके अपने आलाकमान के दरबार में नंबर बढ़ाने के लिए सबके बीच उनकी शान में कसीने पढ़ने की होड़ लगी हुई है।   अपने नेता को महिमामंडित करने के लिए उनकी ईश्ववरीय रूपों से तुलना करने की कांग्रेसी परंपरा स्पष्ट बताती है कि उनके मन में सनातनी परंपरा के प्रति कितना सम्मान है
चौहान ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं से सहानुभूति जताते हुए कहा कि जब राहुल गांधी अपनी यात्रा को उत्तराखंड से नही जोड़ पाए ,उनसे भारत जोड़ने की उम्मीद करना बेमानी है । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान लगातार सेना में अग्निवीरों को धक्के देकर निकालने जैसी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, जिसे सैनिक प्रदेश उत्तराखंड के लोग कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे । जो लोग भारत जोड़ो यात्रा की आड़ में सेना का मनोबल तोड़ने की बात कर रहे हैं उनकी असल मंशा जनता भलीभांति समझ गयी है इसीलिए समय-समय पर उन्हें चुनाव में सबक सिखाती रहती है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button