उत्तराखण्डदेहरादून

उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार बोले, छुट्टी पुलिस जवानों का बेसिक अधिकार, उन्हें खुशी-खुशी दिया जाए अवकाश, आकस्मिक अवकाश के लिए अनुरोध करने पर फौरन दी जाए लीव

  • प्रत्येक जनपद में एक महिला एसआई चौकी प्रभारी नियुक्त करने को कहा 

  • महिलाओं की सुरक्षा को लेकर डीजीपी दिखे खासतौर से अलर्ट

  • लाइन हाजिर व निलंबित कर्मियों की तीन दिन में होगी सुनवाई

देहरादून। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मंगलवार को प्रदेश के सभी जिला पुलिस प्रभारियों से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए ऑपरेशनल एवं प्रशासनिक कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां के तहत आयोजित वर्टिकल इंटरैक्शन में ऑपरेशनल, प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों के कल्याण का स्तर बढ़े इसी के लिए काफी सुझाव हमें प्राप्त हुए। इसलिए छुट्टी पुलिस जवानों का बेसिक अधिकार है। इस लिए उन्हें खुशी-खुशी छुट्टी दी जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिराह पर आकस्मिक अवकाश के लिए अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें फौरन अवकाश दिया जाए। व्हाट्सएप पर छुट्टी के लिए आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू करने के लिए सभी जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया है। सभी पदोन्नति प्रशिक्षणों में सीसीटीएनएस सहित नवीन तकनीकों से सम्बन्धित कोर्सेज, सॉफ्रट स्किल्स, साइबर स्किल्स, संवेदनशीलता के मॉड्यूल तैयार कर इनका प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे हमारी पुलिस तकनीकि जानकार होगी। प्रत्येक थाने में एक एसओजी ट्रेन्ड सिपाही की नियुक्ति की जाएगी, जो तकनीकि जानकार हो सर्विलांच का एक्सपर्ट हो।
डीजीपी ने उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग एवं उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में अयोजित होने वाली आगामी परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद रखने और स्थानीय अभिसूचना तंत्र को सर्तक रखते हुये सूचना संकलित करने के निर्देश दिए। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत गौरा शक्ति मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जाए। रजिस्टर्ड महिलाओं के साथ समन्वय कर उनकी शिकायत के समाधान करते हुए उन्हें सुरक्षित महसूस कराया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्व क्षेत्र से नियमित पुलिस क्षेत्र में आए ग्रामों में सम्बन्धित थानाध्यक्ष एवं क्षेत्राधिकारी भ्रमण पर जाएं और ग्रामीणों के साथ सम्बन्धित थाने एवं अन्य महत्वपूर्ण फोन नम्बर साझा करें। जिन स्थानों पर नए थाने व चौकी खुलने हैं वहां शीघ्र खोले जाएं। हमें प्रत्येक थाने को महिला फ्रेंडली बनाना है। दोनों परिक्षेत्र प्रभारी प्रदेश के प्रत्येक थाने में एक महिला उपनिरीक्षक एवं 4 महिला आरक्षियों की नियुक्ति सुनिश्चित करें। प्रत्येक जनपद में एक महिला उपनिरीक्षक को थानाध्यक्ष व चौकी प्रभारी बनाएं। जनपदों को साइबर सेलों को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए एसटीएफ द्वारा शीघ्र ही दक्ष कर्मियों की नियुक्ति की जा रही है। कानून व्यवस्था प्रभावित होने वाली घटनाओं एवं जन आक्रोश के दृष्टिगत पुलिसकर्मियों को तत्कालिक परिस्थितियों के चलते बिना जांच के निलम्बित या लाइन हाजिर करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में 3 दिवस के अन्दर इन कर्मिक का पक्ष सुनते हुए गुण दोष के आधार पर यदि दोष सिद्ध नहीं होता है, तो उसे तत्काल बहाल या दूसरे स्थान पर नियुक्त कर दिया जाए। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण केवल खुराना, पुलिस उप महानिरीक्षक, पी व एम सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था पी रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण बरिन्दरजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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