उत्तराखण्डएक्सक्लूसिवकृषिदेहरादून

जर्मनी से उत्तराखंड पहुंचे आईफोम के प्रतिनिधि, प्रदेश के कृषि मंत्री जोशी के साथ थानो स्थित ग्राम सिरियों में जैविक खेती की संभावनाओं को तलाशा, कहा, उत्तराखंड में वर्ष 2025 तक जैविक खेती को 50 प्रतिशत तक ले जाने का राज्य सरकार का संकल्प

  • जर्मनी से आए आईफोम के प्रतिनिधियों व कृषि मंत्री का जैविक ग्राम सिरियों में हुआ भव्य स्वागत

  • कृषि मंत्री ने जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए  अधिकारियों को किसान के घर से उसके उत्पाद को मोबाइल वैन के जरिए खरीदने को कहा 

देहरादून। प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी मंगलवार को जर्मनी से उत्तराखंड पहुंचे आईफोम के प्रतिनिधियों के साथ देहरादून थानो स्थित ग्राम सिरियों पहुंचे। जहां ग्रामवासियों ने कृषि मंत्री गणेश जोशी और आईफोम जर्मनी से आए प्रतिनिधियों का जैविक ग्राम सिरियों में भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया। कार्यक्रम के दौरान लोकगीतों सांकृतिक कार्यक्रमो और फूलों की होली खेलकर के ग्रामीणों ने जर्मनी से पहुंचे प्रतिनिधियों और  जोशी का स्वागत किया। इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जर्मनी की आईफोम अंतराष्ट्रीय संस्था के प्रतिनिधियों के साथ सिरियों गांव का भ्रमण किया और गांव में जैविक खेती की संभावनाओं को तलाशा गया।
गौरतलब है कि जुलाई 2022 में कृषि मंत्री गणेश जोशी के  साथ एक प्रतिनिधि मण्डल इंटरनेशनल बायोफेक, जर्मनी- 2022 ट्रेड फेयर में प्रतिभाग किया गया था । इस भ्रमण के दौरान कृषि मंत्री जोशी ने विश्व में जैविक आंदोलन की नींव रखने वाली अन्तर्राष्ट्रीय संस्था आईएफओएएम-ऑर्गेनिक इंटरनेशनल का भ्रमण किया गया तथा उनसे उत्तराखण्ड में जैविक खेती के विकास को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप विकसित किये जाने का अनुरोध किया। उसके बाद उत्तराखण्ड में जैविक खेती के विकास के लिए उत्तराखण्ड सरकार एवं आईएफओएएम-ऑर्गेनिक इंटरनेशनल के मध्य समझौता हुआ। इसी समझौते के क्रम में आईएफओएएम जर्मनी से 02 सीनियर विशेषज्ञ उत्तराखंड पहुंचे है। इस अवसर पर कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि प्रदेश का एक जैविक राज्य के रूप में विकसित किए जाने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे है, जिसके माध्यम से कृषको की आय को बढाए जाने का प्रयास किया जा रहा है तथा प्रदेश विभिन्न गुणवत्तायुक्त स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाई जा रही है।
जोशी ने कहा कि  प्रदेश की बासमती, लाल मिर्च, औषधीय एवं सगन्ध पौधे, चौलाई, सोयाबीन, मंडुआ, झंगोरा, लाल चावल आदि उत्पादो ने लोगो के भोजन में अपनी खास जगह बना ली है, जिससे दिन प्रतिदिन इनकी मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा जहां 2017 से पहले प्रदेश के कुल कृषि क्षेत्र का 1 या 2 प्रतिशत क्षेत्र में ही जैविक खेती होती थी वही अब 34 प्रतिशत क्षेत्र में जैविक कृषि की जा रही है। जोशी ने कहा कि  प्रदेश सरकार का संकल्प है, वर्ष 2025 तक हम प्रदेश मे जैविक खेती को 50 प्रतिशत से भी अधिक ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज यह जर्मनी से पहुंचे प्रतिनिधि गांवों में भ्रमण कर रहे है, शीघ्र ही इनके अनुभवों का लाभ लेकर एक नीति बनाई जाएगी ,जिससे प्रदेश के किसान को लाभ मिल सके। जोशी ने कहा कि 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिलेट्स पर विशेष फोकस है। प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  के नेतृत्व में  मिलेट्स के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है। जोशी ने कहा  कि किसानों को उसकी उपज का सही दाम मिले इसके लिए प्रदेश सरकार ने बिचौलियों को खत्म करने के लिए मंडवे का एमएसपी 37 रूपये तय किया गया है। उसने कहा अभी तक करे सेंटर के माध्यम से मंडवा खरीदा जा रहा है उन्होंने कहा कि  अधिकारियों को यह सुनिश्चित किया गया है कि मोबाइल वैन के माध्यम से किसान के घर जाकर उनके उपज को खरीदे ताकि किसान को उसकी उपज का सही दाम मिल सके। इस अवसर पर  जोशी ने सिरियों गांव में सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लगाने की भी घोषणा की। इस अवसर पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जर्मनी प्रतिनिधि गैबोर फेजस्की,  मैडम पेट्रीयाना,एमडी ऑर्गेनिक बोर्ड विनय कुमार, ग्राम प्रधान रेखा बहुगुणा, विद्या भारती व मनोहर सोलंकी सहित कई लोग उपस्थित रहे।

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