धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा, उत्तराखंड में धामी सरकार युवाओं के बेहतर भविष्य और हितों के लिए लाई नकल विरोधी कानून, सख्त प्रावधानों के बाद भर्ती परीक्षाओं में नकल और अनुचित साधनों की कोशिशों पर लगेगी लगाम
- धर्मपुर विधायक ने भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल के साथ की प्रेस वार्ता
भर्ती परीक्षा मामलों में अब तक 60 से ज्यादा आरोपियों को भेजा जा चुका है जेल
देहरादून । धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा कि प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए राज्य सरकार की ओर से देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लाया गया है। उन्होंने कहा कि इस नकल विरोधी कानून के आने के बाद उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाएं बिना किसी गड़बड़ी और पारदर्शिता के साथ संपन्न हो सकेगी। शनिवार को भाजपा महानगर कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए धर्मपुर विधायक चमोली ने कहा कि नकल विरोधी कानून को प्रदेश के युवाओं के हित और बेहतर भविष्य के लिए लाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से होने वाली भर्ती परीक्षाओं में अनुचित साधनों की रोकथाम के उद्देश्य से यह कानून लाया गया है। चमोली ने कहा कि इस नकल विरोधी कानून में कई ऐसे सख्त प्रावधान किए गए हैं जिनके बाद भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वालों पर लगाम लग सकेगी ।धर्मपुर विधायक ने कहा कि धामी सरकार जो नकल विरोधी कानून लेकर आई है, उसमें संगठित अपराध के तहत प्रतियोगी परीक्षा तंत्र ,परीक्षा आयोजन प्रक्रिया से संबंधित सरकारी, गैर सरकारी व्यक्ति या संस्था जो नकल को किसी भी तरह से अंजाम देता हुआ पाया जाता है तो उसे कम से कम 10 वर्ष का कारावास की सजा और एक करोड़ से लेकर 10 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माना नहीं चुकाने पर 3 वर्ष तक का कारावास बढ़ाया जा सकता है ।चमोली ने कहा कि इसी तरह यदि परीक्षा अभ्यर्थी नकल में शामिल पाया जाता है तो उसके लिए दोषी पाए जाने पर 3 वर्ष का कारावास और 5 लाख का जुर्माना का प्रावधान किया गया है ।दोबारा दोषी पाए जाने पर कम से कम 10 वर्ष की सजा व 10 लाख का जुर्माना होगा। चमोली ने कहा कि इसके अलावा नकल विरोधी कानून में कई ऐसे प्रावधान किए गए हैं जो भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों और नकल के प्रयासों पर लगाम लगा पाएंगे। चमोली ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार सुशासन के साथ युवाओं के सुनहरे भविष्य के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि अब तक 60 से ज्यादा नकल माफिया सलाखों के पीछे भेजे जा चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश पर नकल माफियाओं के खिलाफ लगातार एक्शन जारी है ।उन्होंने कहा कि धामी सरकार के मुकाबले अगर कुछ पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल पर नजर डालें तो उनमें बस हीला हवाली नजर आती थी, लेकिन मुख्यमंत्री धामी ने अब तक की कार्रवाई में अपना मंतव्य स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस बात को बार-बार मंचों से कह चुके हैं कि प्रदेश में नकल माफियाओं के दीमक का अंत तभी मुमकिन है जब इसे जड़ से खत्म किया जाए ।उन्होंने कहा कि पिछले 7 महीनों में हमें सरकार के सामने परीक्षा में धांधली संबंधित जो भी प्रकरण सामने आए उन पर ठोस कार्रवाई की गई है। प्रदेश की धामी सरकार ने आंदोलनरत युवाओं की कई मांगों को पूरा किया है। सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है। चमोली ने कहा कि सरकार की ओर से युवाओं की तमाम मांगों पर सरकार की ओर से कार्रवाई किए जाने से अब आंदोलन जारी रखने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। प्रेस वार्ता में भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी संजीव वर्मा , राजेंद्र ढिल्लो और कई पदाधिकारी मौजूद रहे।