डीएम रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित ने कहा, केदारनाथ यात्रा में तीर्थ पुरोहितों की होती है महत्वपूर्ण भूमिका, यात्रा के सफल संचालन को लेकर किया मंथन, जिला प्रशासन स्तर पर चल रही तैयारियों में भी तीर्थ पुरोहितों का सहयोग बताया जरूरी
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित संचालित करने में तीर्थ पुरोहितों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। ऐसे में जिला प्रशासन स्तर पर चल रही तैयारियों में भी तीर्थ पुरोहितों का सहयोग जरूरी है, जिससे केदारनाथ धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी एवं असुविधा न हो। यह बात डीएम मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों के साथ आयोजित बैठक में कही।
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा की सफलता के लिए इस बार शासन ने दर्शन करने वाले यात्रियों का पंजीकरण करना अनिवार्य किया है। केदारनाथ धाम में आने वाले तीर्थ यात्रियों को टोकन व्यवस्था के आधार पर दर्शन कराए जाएंगे और टोकन प्राप्त करने के लिए काउंटर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में विशिष्ट राज्य अतिथियों एवं गणमान्यों के लिए दर्शन कराने के लिए प्रोटोकाॅल अधिकारी एवं मंदिर समिति की ओर से नोडल अधिकारी नामित होंगे, जिनके माध्यम से उन्हें दर्शन कराए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के विशिष्ट जनों को दर्शन कराने के लिए केदार सभा के लेटर पैड के अनुसार ही दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए सभी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखेंगे। इसके साथ ही संचालित होने वाले होटल, ढाबों में सभी सामग्री के रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे। बैठक में स्वास्थ्य, खाद्य सामग्री ढुलान व्यवस्था, विद्युत, पेयजल अलाव जलाने की व्यवस्था, मंदिर प्रांगण में साफ-सफाई, शौचालय, बैरिकेटिंग, जूते-चप्पल के नियत स्थान एवं काउंटर लगाए जाने आदि व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने तीर्थ पुरोहितों को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा जो भी समस्याएं एवं सुझाव बताए गए हैं, उन पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए तथा ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस कार्मिकों को उचित प्रशिक्षण देते हुए सभी के साथ मित्र पुलिस जैसा व्यवहार करने की अपेक्षा की तथा आपदा से प्रभावित तीर्थ पुरोहितों के लिए आवासीय उचित टैंट व्यवस्था की भी मांग की गई। इसके साथ ही केदार सभा कार्यालय निर्माण की भी मांग की गई। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी केदारनाथ योगेंद्र सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशीष रावत, तहसीलदार ऊखीमठ दीवान सिंह राणा, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व अध्यक्ष किशन बगवाड़ी, श्रीनिवास पोस्ती, महामंत्री राजेंद्र तिवारी, सदस्य संतोष त्रिवेदी, धीरेंद्र प्रसाद शुक्ला, विष्णुकांत कुर्मांचली, अंकित सेमवाल, पंकज शुक्ला, भारत भूषण आदि मौजूद रहे।