देहरादून । भाजपा ने कहा कि आपातकाल और 91 बार प्रदेशों में राष्ट्रपति शासन लगाकर संविधान की हत्या करने वाली कांग्रेस आज संविधान और लोकतंत्र बचाओ का ढोंग कर रही हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने सवाल किया कि न्याययिक व संवैधानिक निर्णयों का विरोध और ओबीसी समाज के अपमान के बावजूद संवैधानिक हक लेने के लिए सड़कों पर उतरकर कांग्रेस किस तरह संविधान को बचाना चाहती हैं ?
प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस द्वारा आज से शुरू किए संविधान बचाओ आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सत्य यह है कि कांग्रेस को संवैधानिक मर्यादा को लेकर कोई टिप्पणी करने का नैतिक हक नहीं है । पहले भी यह कारनामा करने वाली कांग्रेस 1975 में आपातकाल लागू कर लोकतंत्र की हत्या का सबसे बड़ा कुकृत्य कर चुकी है। इसे लेकर यही राहुल गांधी 2 साल पहले सार्वजनिक रूप से गलती मान चुके हैं । वह कांग्रेस पार्टी ही है जिसने आजाद भारत के प्रथम चुनाव परिणामों के 4 महीने के अंदर ही पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगा जनमत का अपमान किया और उसके बाद रिकॉर्ड 91 बार विभिन्न राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगा कर लोकतंत्र की हत्या की। यह अफसोसजनक है जब राहुल गांधी ने व्यक्तिगत छवि के लिए मनमोहन सरकार के उस अध्यादेश को सार्वजनिक रूप से फाड़कर संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया था जिसके अस्तित्व नहीं आने के चलते ही उनकी सदस्यता इतनी शीघ्र गई है। कांग्रेस कि स्थिति यह है कि जिसने एक अल्पसंख्यक महिला शाहबानो को उसका अधिकार ना मिल सके इसके लिए संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का अपमान किया था।
भट्ट ने कटाक्ष किया की लोकतांत्रिक व संवैधानिक मर्यादा के अपमान को लेकर कांग्रेस का पुराना रिकार्ड खराब है और उस पर भी
संविधान बचाओ की मुहिम छेड़ना हास्यपद है । उन्होंने कहा कि माफी मांगने के बजाए ओबीसी समाज के अपमान को अपना संवैधानिक अधिकार बताते हुए काँग्रेस का सड़कों पर उतरना, जले पर नमक छिड़कने जैसा है ।
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