उत्तराखंड में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के 14वें चरण का आगाज, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा, बच्चों की हैल्थ के प्रति सजग है सरकार, 1 से लेकर 19 आयु वर्ग के 38 लाख बच्चों को रखा गया है कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य
स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया कार्यक्रम का शुभारम्भ
सूबे में बाल मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिये राज्य सरकार के प्रयास जारी
एस.आलम अंसारी
देहरादून। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर के 1 से लेकर 19 आयु वर्ष के 38 लाख लक्षित बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने की मुहिम आज से शुरू कर दी गई है। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ बी0एस0 नेगी मेमोरियल राजकीय इण्टर कालेज गुजराडा, देहरादून से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने वर्चुअल माध्यम से किया। इस अवसर पर बच्चों को कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों द्वारा कृमिनाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाई गई।
कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के नौनिहालों के स्वास्थ्य के प्रति फिक्रमंद है। उन्होंने कहा कि सूबे में बाल मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिये राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं, बच्चों को स्वस्थ रखने और उन्हें कृमि रोगों से दूर रखने के लिये समय-समय पर दवापान कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य मस्तिष्क से ही स्वस्थ समाज की कल्पना साकार की जा सकती है तभी एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण हो सकता है, इसलिये स्कूली बच्चों एवं युवा पीढ़ी का मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेशभर में कोई भी बच्चा कृमिनाशक दवापान करने से वंचित न रहे, इसके लिये आंगनबाडियों, स्कूलों, शहरी पीएचसी पर सघन अभियान चलाया जाय। जो बच्चे दवापान से वंचित रह जाते हैं उन्हें 20 अप्रैल मॉप अप राउंड को कृमिनाशक दवा खिलाई जाय। उन्होंने बताया राज्य में अब तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के 13 चरणों का सफल आयोजन किया जा चुका है। 13वें चरण अक्टूबर 2022 में 1-19 आयु वर्ग के 34.27 लाख बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाई गई थी। डा. रावत ने कहा अब दवापान के लक्ष्य को बढ़ाकर 38 लाख कर दिया गया है। ताकि राज्य के शत प्रतिशत बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाकर उनको कृमि मुक्त करते हुये स्वस्थ उत्तराखण्ड़ के निर्माण में एक और कदम आगे बढ़ सकें।
कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथि रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने स्कूली छात्र-छात्राओं कृमि मुक्त दवापान करा कर भौतिक रूप से अभियान की शुरूआत की। जबकि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने महाराष्ट्र से ही वर्चुअल माध्यम से ही कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। निदेशक एनएचएम डा. सरोज नैथानी ने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन विगत 2016 से लगातार सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
इस मौके पर सीएमओ देहरादून डा. संजय जैन, प्रभारी अधिकारी आई.ई.सी. एवं मातृ स्वास्थ्य डा. अजय कुमार नगरकर, प्रभारी अधिकारी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम डा. अर्चना ओझा, स्कूल प्रधानाचार्य अनील कुमार रावत, पंकज कुमार, एवीडेन्स एक्शन सुनील कुमार मौर्य एवं विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राएं एवं स्कूल स्टॉफ आदि मौजूद रहे।