उत्तराखण्डदेहरादून

एनडीआरएफ बनी देवदूत, फंसे हुए   दो ट्रैकर्स की बचाई जान, नंदनवन-गोमुख में अकेले फंसे  ट्रैकर्स को खोजकर सुरक्षित भोजबासा कैंप में पहुंचा दिलाया   चिकित्सा  उपचार 

देहरादून। एनडीआरएफ के प्रथम पर्वतारोहण अभियान दल ने दो ट्रैकर्स की जान बचाकर उन्हें नया जीवनदान दिया है। यह अभियान दल माउंट भागीरथी-2 पर सफलतापूर्वक अपना परचम लहरा चुका है। इस अभियान दल ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए नंदनवन-गोमुख में अकेले फंसे 2 ट्रैकर्स को खोजकर उनकी जान की सुरक्षा की।
अभियान दल के प्रमुख डीआईजी एनडीआरएफ गंभीर सिंह चौहान ने बताया कि ये दोनों ट्रैकर्स काफी बीमार भी थे। काफी खराब मौसम,  भारी बर्फबारी  और काफी जोखिम भरे गोमुख ग्लेशियर में लगभग 6 घंटे के आरोहण के दौरान एक महिला और एक पुरुष ट्रैकर को सुरक्षित भोजबासा कैंप में पहुंचाकर चिकित्सा उपचार देकर उनकी जान बचाई।
उन्होंने बताया कि ये दोनों ट्रैकर उनकी टीम को काफी नाजुक हालात में नंदनवन में मिले। जब ये ट्रैकर्स उन्हें  मिले, उनकी हालात काफी खराब थी। वे चलने की स्थिति में नहीं थे। लेकिन एनडीआरएफ टीम के निरीक्षक निखलेश नेगी, हवलदार एम कार्तिक, सिपाही सूरज धोनी ने 5-6 घंटे के कठिन और जोखिम भरे आपरेशन, राकफाल आइसवाल वाले गोमुख ग्लेशियर को पार कराया। रात 11 बजे भोजबासा कैंप दोनो ट्रैकर को पहुंचाकर उनके जीवन की सुरक्षा की। दोनों ट्रैकर्स ने पूरी टीम का शुक्रिया अदा किया। महिला ट्रैकर कर्नाटक और पुरुष ट्रैकर हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे।
महिला ट्रैकर शायमा ने बताया कि वह आटी सेक्टर में कार्यरत है और वह ट्रैकिंग के लिए आई थी। खराब मौसम के कारण वह बीमार हो गए। जिसके कारण  वे गोमुख ग्लेशियर में फंस गए। यदि एनडीआरएफ की टीम हमें नहीं बचाती तो हमारी जिंदगी बचनी मुश्किल थी। 

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