कृषि मंत्री गणेश जोशी के प्रयास लाए रंग, उत्तराखंड में वर्ष 22-23 में 64000 मीट्रिक टन रहा सेब का उत्पादन, कहा , जनवरी 2024 तक प्रदेश में 50 हजार पॉलीहाउस लगाने का लक्ष्य
सेब के 2022 में लगभग 12.06 लाख पौधे प्रदेश में लगाये गये
सेब की खेती को किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए के लिए सार्थक कदम बताया
देहरादून। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्य रूप से राज्य में सेब की खेती और कीवी मिशन को बढ़ावा देने के लिए विस्तार से चर्चा की गई। ज्ञात हो कि गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उद्यान विभाग की समीक्षा करेंगे।
बैठक के दौरान कृषि मंत्री जोशी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जहां वर्ष 20-21 में कीवी के मात्र 93 हज़ार पौधे रौपे गए थे, वही 21-22 में विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में 2 लाख 13 हज़ार पौधों का रोपण किया। इसके अलावा 20-21 सेब के 2.43 लाख पौधे रौपे गए थे जबकि 2022 में यह लगभग 6 गुना बढ़कर 12.06 लाख पौधे संपूर्ण प्रदेश में लगाये गये। जोशी ने कहा कि यह किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए के लिए सार्थक कदम है। कृषि मंत्री ने यह भी बताया कि जनवरी 2024 तक प्रदेश में 50 हजार पॉलीहाउस लगाने का लक्ष्य लिया गया है, जिसके लिए विभाग द्वारा कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्ष 22-23 में सेब का उत्पादन 64000 मीट्रिक टन रहा, जिसमें उत्तरकाशी और अल्मोड़ा जनपद सेब के उत्पादन में सबसे अग्रिम स्थान पर हैं। कृषि मंत्री ने प्रदेश के किसानों को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में सरकार ने इस वर्ष ऐपल मिशन योजना में 35 करोड़ का बजट रखा है, जिससे प्रदेश में सेब उत्पादन की एक नई क्रांति स्थापित होगी। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जहां उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में सेब और कीवी के उत्पादन पर फोकस करते हुए कार्य करना चाहिए, वही तराई के क्षेत्रों में ड्रैगन फूड और बेरी जैसे अन्य फलों का उत्पादन हमें करना चाहिए। उन्होंने नींबू उत्पादन पर भी कार्य करने के लिए अधिकारियो को कहा।
इस अवसर पर कृषि सचिव दीपेंद्र चौधरी, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, निदेशक उद्यान डॉ एचएस बवेजा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।