धामी सरकार का करप्शन के खिलाफ एक बार फिर बड़ा एक्शन: उद्यान निदेशक हरमिंदर बवेजा भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित,पौडी गढ़वाल कमिश्नर कार्यालय से किया गया अटैच
देहरादून। भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद उद्यान विभाग के निदेशक डॉ. हरमिंदर सिंह बवेजा को भ्रष्टाचार के आरोपों में निलंबित कर दिया गया है। निलंबन आदेश के साथ ही उनको पौड़ी गढ़वाल कमिश्नर कार्यालय से अटैच किया गया है। बवेजा पर अपने पद का दुरुपयोग कर गड़बड़ियां करने के आरोपों की जांच की जा रही थी। जांच में आए तथ्यों के आलोक में बवेजा के निलंबन आदेश सचिव व नियुक्ति प्राधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने जारी किए हैं।
हिमाचल प्रदेश के अधिकारी डॉ. बवेजा उत्तराखंड में डेपुटेशन पर उद्यान निदेशक के रूप में तैनात हुए थे। बावेजा पर पिछले कुछ समय से वित्तीय और विभागीय गड़बड़ियों के आरोप लग रहे थे। शासन स्तर पर उन पर लगे आरोपों की जांच शुरु की गई। लगातार आरोपोंं का सामना कर रहे बावेजा को सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देशों पर निलंबित कर दिया गया । उद्यान विभाग के सचिव एवं नियुक्ति प्राधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने निलंबन आदेश जारी कर दिए हैं।
उद्यान निदेशक पर ये लगे आरोप
0.444 हैक्ट. भूमि वाली नर्सरी अऩिका ट्रैडर्स उत्तरकाशी को 0.50 हैक्ट.भूमि का लाइसेंस जारी करना। फल पौध आवंटन में उत्तराखंड फल पौधशाला (विनियमन) अधिनियम-2019 तथा नियमावली-2021 का उल्लंघन करने। पौधशाला के आवेदक के अधूरे भरे हुए और बिना परीक्षण कराए ही लाइसेंस जारी करना। अधिनियम एवं नियमावली का पालन करे बिना ही शीतकालीन फल पौधों के आवंटन आदेश करना। कांट्रेक्ट फार्मिंग के लिए भारत सरकार के निरसित नियम का आधार लेना। एक ही गांव के 8 किसानों को मानकों के विपरीत लाभ पहुंचाना। निर्धारित संख्या व मात्रा में मातृ पौध एवं मदर ब्लॉक न होने पर भी अनिका ट्रेडर्स को लाइसेंस जारी करना एवं पौध आवंटन के आदेश जारी करना के आरोप हैं।