उत्तरकाशी के पुरोला में जिला प्रशासन ने नहीं दी 15 जून को महापंचायत करने की अनुमति, एसपी बोले, जरूरत पड़ी तो धारा 144 लागू की जाएगी
उत्तरकाशी । जनपद के पुरोला में
15 जून को होने वाली महापंचायत को
जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। एसपी यदुवंशी ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जायेगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है। वहीं ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्रीय हित में वह जनता के साथ हैं।
उल्लेखनीय है कि पुरोला में 28 मई को नाबालिग किशोरी को भगा ले जाने के प्रयास का मामला सामने आया था जिसके बाद इस प्रकरण ने तूल पकड़ लिया था।
तब से देवभूमि के माहौल में नफरत की हवाएं चल रही है । राज्य बनने से लेकर मौजूदा 23 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब सांप्रदायिकता की आग की तपिश खासकर उत्तरकाशी पुरोला महसूस कर रहा है। ऐसे में राज्य को जहां अमन और शांति की फिजाओं में नफरत के जहर घूमने का डर सता रहा है । वहीं राज्य सरकार भी मौजूदा सूरते हाल से चिंतित नजर आ रही है, लिहाजा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कोई ढील देने के मूड में नहीं है और उन्होंने असामाजिक तत्व और विवादित लोगों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं ।
बता दें कि वहीं ग्रामीणों की चेतावनी के बाद धरना प्रदर्शन और लोगों का आक्रोश देखते हुए पुरोला मुख्य बाजार से मुस्लिम समुदाय के 12 दुकानदार रातोंरात दुकानें छोड़कर चले गये । आगामी 15 जून को महापंचायत का एलान करने के बाद महापंचायत की अगुवाई को लेकर प्रधान संगठन पुरोला बैकफुट पर आया। प्रधान संगठन पुरोला ने बीते सोमवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर महापंचायत करने की सूचना एसडीएम पुरोला को दी थी। वहीं अब ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष अंकित रावत ने मंगलवार को एसडीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि महापंचायत को लेकर प्रधान संगठन किसी प्रकार की अगुवाई नहीं करेगा।
15 जून को महापंचायत का एलान करने के बाद से प्रदेश में माहौल गरमा गया, लेकिन अब जिला प्रशासन ने महापंचायत करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। एसपी यदुवंशी ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जायेगी। जिसकी लगभग पूरी तैयारी कर दी गई है। ब्लॉक प्रधान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि क्षेत्रीय हित में वह जनता के साथ हैं। साथ ही महापंचायत में अगर कोई कानून का उल्लंघन होता है। तो उसमें उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी। प्रधान संगठन का अभद्रता करने वालों से कोई नाता नहीं रहेगा, कानून का उल्लंघन करने वाले की स्वयं की जिम्मेदारी होगी।वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने पुरोला में महापंचायत की सूचना ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को दी है। वहीं जिला मुख्यालय में भी हिन्दू परिषद के नेताओं का आने की संभावना है। जिसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है। एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि महापंचायत को लेकर किसी भी संगठन को अनुमति नहीं दी जायेगी। यदि आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 लागू की जाएगी। जिसकी लगभग पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पुरोला की वर्तमान स्थिति को लेकर सोमवार को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिला था। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से पुरोला की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी और वहां रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों की सुरक्षा करने और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी।