उत्तराखंड के वित्त मंत्री डॉ. अग्रवाल बोले, शहरी निकायों के लिए लाभदायक साबित होगी दोहरा लेखा प्रणाली, आईसीएआई प्रदेश के सभी 102 शहरी निकायों के 200 प्रशिक्षणार्थियों को 4 बैच में देगी ट्रेनिंग
विभागीय मंत्री ने किया
उत्तराखण्ड के शहरी निकायों के अधिकारियों के लिए दोहरा लेखा प्रणाली के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ
देहरादून । वित्त व शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखण्ड के शहरी निकायों के अधिकारियों के लिए दोहरा लेखा प्रणाली प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मंगलवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय वित्तीय प्रशासन प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान, सुद्धोवाला में आयोजित शहरी विकास निदेशालय देहरादून तथा यूकेपीएफएमएस विश्व बैंक परियोजना के सहयोग से
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के द्वारा दोहरा लेखा प्रणाली के 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ अग्रवाल ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि दोहरा लेखा प्रणाली के अंतर्गत सभी व्ययों को लेखा में शामिल करने व इस प्रणाली के लागू होने के बाद सभी शहरी निकायों द्वारा अपनी परिसंपत्ति, देनदारियों तथा लेनदार को खाते में शामिल करने का प्रशिक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला से शहरी निकाय के लेखा संबंधित कार्यों को कुशलता पूर्वक तथा समय बद्ध तरीके से संपादित करने में आसानी प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि निकाय संपत्ति मद में होने वाली आय का समय बद्ध तरीके से पर्यवेक्षण करते हुए निकायों की आयु में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि भारत एवं राज्य सरकार को लेखा से संबंधित दी जाने वाली सूचनाओं का संकलन करने की प्रक्रिया भी सरल होगी।
बता दे कि आईसीएआई द्वारा यह प्रशिक्षण चार बैच में दिया जायेगा, इसमें प्रदेश के सभी 102 शहरी निकायों के 200 प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा। उत्तराखण्ड के सभी शहरी निकायों में दोहरा लेखा प्रणाली के आधार पर कम्प्यूटरीकृत लेखा तैयार किये जा रहे हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवनीत पाण्डे निदेशक, प्रवीन कौर वरिष्ठ लेखाधिकारी, शहरी विकास निदेशालय तथा आईसीएआई के सीए रंजीत कुमार अग्रवाल उपाध्यक्ष , सीए कमीशा सोनी, चेयर पर्सन , सीए पर्सना कुमार, वाइस चेयरमैन , यूकेपीएफएमएस , शहरी विकास के अधिकारियों एवं कर्मचारियों उपस्थित रहे।