एक्शन जारी: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चार अस्पतालों में जाकर जांची डेंगू उपचार की प्रबंधन व्यवस्था, चिकित्सालयों को दिये जरूरी निर्देश, कहा-मानकों के अनुसार ही करें उपचार एवं जांच
गंभीर मरीज को ही भर्ती होने की सलाह दें
जरूरत होने पर ही प्लेटलेट्स चढ़ाई जाएं
देहरादून। जनपद देहरादून में डेंगू संक्रमण रोकथाम एवं बचाव अभियान के अंतर्गत सोमवार को विभिन्न चिकित्सालयों में डेंगू रोग की जांच एवं उपचार में मानकों से अधिक शुल्क लेने संबंधी शिकायतों की जांच के लिए जिला स्तरीय टीम द्वारा कनिष्क चिकित्सालय, सूर्या चिकित्सालय, चारधाम चिकित्सालय तथा पैनेशिया चिकित्साल का निरीक्षण किया गया।
सभी चिकित्सालयों को निर्देशित किया गया कि डेंगू रोगियों के लिए पृथक वार्ड स्थापित किया जाये। गंभीर मरीजों को ही भर्ती होने की सलाह दें। आवश्यकता होने पर ही मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाया जाये। डेंगू के मरीजों का इलाज नियमानुसार आयुष्मान कार्ड के माध्यम से किया जाये। टीम के सदस्यों द्वारा भर्ती मरीजों से बातचीत कर सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गयी तथा काउंसलिंग की गयी। निरीक्षण दल में जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ सीएस रावत, जिला नोडल अधिकारी क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट डॉ दिनेश चौहान, जिला मलेरिया अधिकारी सुभाष जोशी, लैब टैक्नीशियन आशीष किमोठी शामिल रहे।
जलभराव की जांच के लिए ऋषिकेश में के क्षेत्रों का किया दौरा
देहरादून। टीम ने इससे पूर्व जनपद के अंतर्गत ऋषिकेश क्षेत्र में जल भराव की जांच के लिए विभिन्न इलाकों का भ्रमण किया । भ्रमण के दौरान टीम द्वारा चंद्रेश्वर नगर, खदरी खड़कमाफ, आडवाणी प्लॉट आदि क्षेत्रों में निरीक्षण एवं जनसंपर्क किया गया। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय जनता को डेंगू के प्रकोप से बचाव के लिए जल भराव वाले स्थानों को साफ करने की सलाह दी गयी। जिन क्षेत्रों में जल भराव अधिक है, वहां जल निकासी, तथा कीटनाशक छिड़काव के लिए नगर निगम ऋषिकेश को सूचना दी गयी। इन क्षेत्रों में दूषित जल से टाईफाईड व पीलिया रोगों के संक्रमण को रोकने के लिए लागों को हिदायत दी गयी कि पानी को उबालकर ही पीयें। इन क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र डोईवाला के माध्यम से चिकित्सा शिविरों का आयोजन निरंतर किया जा रहा है।