उत्तराखण्डदेहरादून

मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की  107 वीं बोर्ड बैठक में कई प्रस्तावों पर लगी मुहर,इको-रिसोर्ट निर्माण को स्वीकृति ,बहुप्रतीक्षित फसाड नीति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी 

बैठक में 50 से अधिक मानचित्र भी  स्वीकृत किये गए
मोबाइल टॉवर से सम्बंधित शासनादेश को अंगीकृत  किया गया
देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के सभागार में शुक्रवार को  107 वीं बोर्ड बैठक का आयोजन हुआ। बोर्ड बैठक में सर्वप्रथम नवनियुक्त अध्यक्ष(सचिव मुख्यमंत्री एवं कमिश्नर गढ़वाल)  विनय शंकर पांडेय  का उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी  ने स्वागत किया एवं पुष्प गुच्छ व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। बोर्ड बैठक में कुल 64 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए, जिन पर बोर्ड ने विचार-विमर्श किया ।  बोर्ड बैठक में कई प्रकरणों को मंजूरी दी  गई।बैठक में 50 से अधिक मानचित्र भी  स्वीकृत किये गए।इको-रिसोर्ट निर्माण को   स्वीकृति प्रदान की गई ।मोबाइल टॉवर से सम्बंधित शासनादेश को अंगीकृत  किया गया।बहुप्रतीक्षित फसाड नीति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी गई।
बोर्ड बैठक का संचालन प्राधिकरण सचिव  मोहन सिंह बर्निया ने किया । इस अवसर पर अपर सचिव आवास अतर सिंह, अपर जिलाधिकारी रामजी शरण, संयुक्त सचिव  रजा अब्बास, मुख्य नगर नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता  हरीश चंद्र राणा, नगर निगम के उपनगर आयुक्त  गोपाल राम बिनवाल, जल निगम के अधीक्षण अभियंता दीपक नौटियाल, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार, सुधीर कुमार गुप्ता, अतुल गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी 
1-इको-रिसोर्ट निर्माण को   स्वीकृति प्रदान की गई । दूर-दराज के क्षेत्रों में कृषि भूमि पर इको-रिसोर्ट के निर्माण को तय शर्तों के साथ अनुमति देने का निर्णय लिया गया।
2-मोबाइल टॉवर से सम्बंधित शासनादेश को अंगीकृत  किया गया। इसके लिए अब सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। मोबाइल टॉवर से संबंधित मानचित्र पास कराने के लिए  आईटीडीए में करना होगा आवेदन। आईटीडीए के माध्यम से एमडीडीए को प्राप्त होंगे नक्शे। सात दिन में प्राधिकरण को देनी होगी रिपोर्ट।सात दिन में रिपोर्ट नहीं लगने की स्थिति में मानचित्र को स्वत: पास मान लिया जाएगा।
3-बहुप्रतीक्षित फसाड नीति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी गई । इसके लिए बोर्ड के समक्ष द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्टस के द्वारा भी दिया गया प्रस्तुतिकरण। केवल मुख्य मार्गों पर ही फसाड का कार्य किया जा सकेगा। प्राधिकरण ने इसके लिए वास्तुकला, कलाकृति एवं शिल्प के समावेश से सम्बंधित डिज़ाइन भी  मंजूर किए है। भवन में भूतल से लेकर ऊपरी तलों तक फसाड कार्य करना होगा।
4-मानचित्रों में सड़क की चौड़ाई को लेकर नियमानुसार शिथिलता प्रदान की गई । इसमें 25 प्रतिशत तक की छूट को प्राधिकरण द्वारा अनुमन्य किया गया। इससे अधिक की छूट  के लिए यूएचयूडीए एवं शासन को संदर्भित किया गया ।
5-आईएसबीटी देहरादून का संचालन एवं रखरखाव अब प्राधिकरण ही करेगा। पूर्व तक इसका संचालन रेमकी कंपनी करती थी ।  इससे बोर्ड को अवगत कराने के साथ ही स्वीकृति ली गई।
6-बैठक में 50 से अधिक मानचित्र भी  स्वीकृत किये गए।

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