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भाजपा ने पण्डित दीनदयाल की जयंती पर बूथ एवं शक्ति केंद्रों मे  दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट बोले, राजनैतिक क्षेत्र में वैचारिक दर्शन के जनक थे उपाधाय

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित किया गया मुख्य कार्यक्रम
देहरादून ।भाजपा ने संगठन पथ प्रदर्शक स्व. प. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर बूथ एवं शक्ति केंद्र मे उन्हे भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी । प्रदेश मुख्यालय में हुए प्रमुख कार्यक्रम में वक्ताओं ने भाजपा सरकारों की सर्वांगीण विकास की नीति को अंत्योदय विचारों की ही देन बताया ।
पार्टी मुख्यालय में पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 108 बी जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी में बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने उन्हें राजनैतिक क्षेत्र मे वैचारिक दर्शन का जनक बताया । उन्होंने कहा कि  पहली बार दीन दयाल उपाध्याय  ने अहसास कराया कि सामाजिक कामों की तरह राजनैतिक कार्यों के लिए वैचारिक एवं सैद्धांतिक विचारधारा का होना अतिआवश्यक है । इसी जरूरत को केंद्र में रखते हुए उन्होंने एकात्म मानववाद विचार दर्शन एवं अंत्योदय के सिद्धांत को प्रतिपादित किया । उन्होंने जोर देते हुए कहा, आज केंद्र एवं राज्य की भाजपा सरकारों के जितनी भी विकास योजनाएं संचालित हो रही हैं उसके केंद्र में दीन दयाल जी के अंत्योदय विचारों से प्रेरित हैं । प्रदेश उपाध्यक्ष  नीरू देवी के संचालन में हुए इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय  के चित्र पर पुष्पांजलि देकर अपने श्रृद्धासुमन अर्पित किए । इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा, कार्यालय निर्माण एवं रखरखाव समिति के राष्ट्रीय संयोजक  रविन्द्र राजू, प्रदेश महांमत्री  आदित्य कोठारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष  पुनीत मित्तल, प्रदेश कार्यालय सचिव  कुस्तुभानंद जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, विश्वास डाबर, सुभाष बड़थ्वाल, जोगेंद्र पुंडीर, सिद्धार्थ अग्रवाल,  रजनी कुकरेती, विनोद सुयाल, राजेंद्र नेगी माणिक निधि शर्मा,  सुनीता विद्यार्थी समेत बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
राज्यसभा सांसद बंसल ने उपाध्याय के वैचारिक दर्शन और सिद्धांतों को सामने रखा
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता  राष्ट्रीय उप कोषाध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने विस्तार से दीन दयाल उपाध्याय के वैचारिक दर्शन एवं सिद्धांतों को कार्यकर्ताओं के सामने प्रस्तुत किया । उन्होंने कहा कि जिस एकात्म मानववाद और अंत्योदय के विचारों को उन्होंने दुनिया के सामने स्थापित किया, उस विचार की संरचना का उत्तराखंड से जुड़ाव रहा है। क्योंकि तत्कालीन सरसंघचालक  ने ही उन्हें जिस संस्कृति रक्षते भारत पुस्तक के अवलोकन करने को कहा वह उत्तराखंड में थी और उसी के विचार पर एकात्म मानववाद का उद्भाव हुए । उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके अनेकों प्रसंग सुनाकर लोगों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया । उन्होंने बताया कि आज पीएम मोदी के नेतृत्व में केवल विकास नहीं बल्कि देश समाज का सर्वांगीण विकास हो रहा है, वह सब अंत्योदय विचारों से प्रेरित है

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