चौथे ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव का समापन: कैबिनेट मंत्री जोशी बोले ,भारत की ताकत इसकी समृद्ध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं में निहित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी भी रहीं मौजूद
कैबिनेट मंत्री ने किया 4वीं सांस्कृतिक महोत्सव के समापन कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को सम्बोधित
महोत्सव में कई राज्यों से पहुंचे छात्र छात्राओं ने दी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शुक्रवार को देहरादून रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज में नैशनल एजुकेशन विद्यालय संगठन समिति द्वारा आयोजित 4वीं सांस्कृतिक महोत्सव के समापन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मंत्री जोशी ने बच्चों से उनका परिचय भी प्राप्त किया। महोत्सव में कई राज्यों से पहुंचे छात्र छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी भी उपस्थित रही।
कैबिनेट मंत्री जोशी ने अपने संबोधन के कहा कि वह कार्यक्रम में आकर स्वयं को गौरवांतित महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में पहली बार चौथे ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन के प्रत्यक्ष दर्शी बने हैं।कैबिनेट मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (नेस्ट्स) और राज्य एकलव्य विद्यालय संगठन समिति (ईवीएसएस) के सहयोग से आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में 22 राज्यों के 2200 से अधिक छात्र छात्राएं शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा ईएमआरएस राष्ट्रीय सांस्कृतिक उत्सव अविश्वसनीय प्रतिभाओं और सांस्कृतिक संपदा का एक प्रमाण है। जिसे हमारे आदिवासी समुदाय खूबसूरती से प्रदर्शित करते हैं। जोशी ने कहा कि देश भर से इन युवा प्रतिभाओं को देहरादून शहर में विभिन्न प्रदर्शनों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी संस्कृतियों और परंपराओं को साझा करते हुए देखना मेरे लिए बेहद खुशी की बात है। यह आयोजन विविधता में एकता का उदाहरण है जो हमारे देश को परिभाषित करता है।
उन्होंने कहा कि भारत की ताकत इसकी समृद्ध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं में निहित है,और इस कार्यक्रम का आयोजन इसका सटीक उदाहरण है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम न केवल अपनी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं बल्कि आप जैसे युवा प्रतिभाओं को अपने कौशल दिखाने और अपनी पैतृक विरासत को संरक्षित करने के लिए एक मंच भी प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा यह भारत की सांस्कृतिक संरचना में हमारे जनजातीय समुदायों के योगदान को पहचानने और स्वीकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मंत्री जोशी ने आयोजन समिति और इस आयोजन को जीवंत बनाने में शामिल सभी लोगों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना भी की। उन्होंने कहा छात्रों और कलाकारों के इतने विविध समूह को एक छत के नीचे लाना एक उल्लेखनीय कार्य है। उन्होंने उत्सव के आयोजन में उनके अटूट समर्थन के लिए जनजातीय कार्य मंत्रालय, जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सोसायटी और राज्य एकलव्य विद्यालय संगठन समिति के प्रति भी अपना आभार व्यक्त किया। मंत्री ने सभी प्रतिभागियों को उनके उज्जवल भविष्य और निरंतर प्रगति के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने सांस्कृतिक महोत्सव में विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किया। इस दौरान महाराष्ट्र के स्कूली बच्चों सहित अन्य राज्यों के बच्चों ने मंत्री जोशी का ऑटोग्राफ भी लिया।
इस अवसर पर निदेशक ट्राईबल वैलफेयर संजय टोलिया, अध्यक्ष बृजेश कुमार संत, स्टेट कोऑर्डिनेटर राजीव कुमार सोलंकी, एडिशनल डायरेक्टर योगेंद्र रावत आदि उपस्थित रहे।