राज्यसभा सांसद डॅा.नरेश बंसल ने शीतकालीन सत्र में पहले ही दिन की देहरादून को रामनगर-टनकपुर व सहारनपुर रेल लाइन से सीधा जोड़ने की मांग, हरिद्वार-देहरादून के मध्य बड़ी रेललाइन की मांग भी उठाई
नई दिल्ली/देहरादून। संसद के शीतकालीन सत्र में पहले दिन स्पेशल मेंशन के अंतर्गत सांसद राज्यसभा डा.नरेश बंसल ने उत्तराखंड के देहरादून शहर रेलवे-स्टेशन से विभिन्न जगह से जोड़ने की प्रमुख रेल लाईन की मांग उठाई। सांसद डा. बंसल ने संसद में कहा कि यह दुख का विषय है कि आज़ादी के इतने साल बाद भी पहाड़ रेल, फोरलेन-सिक्स लेन व ऑल वेदर रोड से वंचित रही।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दर्द को समझा व इसकी मंजूरी देने के साथ ही लक्ष्यबद्ध कार्यक्रम के तहत इसका कार्य भी शुरू हो गया,जो निश्चित रूप से रिकॉर्ड समय पर पूरा भी होगा।डा. बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बाबा केदार नाथ तथा भगवान बद्री विशाल के धाम का जो विकास कार्य हो रहा है, उसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं।हर क्षेत्र में पहले से बहुत ज्यादा विकास कार्य हो रहा है।उसके लिए मैं उत्तराखंड की समस्त जनता की ओर से अपने प्रधान सेवक को कोटि-कोटि आभार व्यक्त करता हूँ।
सांसद डा बंसल ने कहा कि चकराता-उत्तरकाशी आदि भी रेल लाइन से वंचित है।देहरादून से रामनगर – टनकपुर रेल नहीं है,हरिद्वार-देहरादून के बीच कई प्रमुख रेलों का संचालन नहीं है व जो हो रहा था उनमे भी कुछ को बंद किया गया है और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन को देहरादून रेलवे स्टेशन से भी जोड़ा जाना बाकी है। सासंद बंसल ने कहा कि सहारनपुर-देहरादून के बीच सीधा रेल संपर्क नहीं है, जिससे हरिद्वार की ओर से आना पड़ता है और इसमें समय बहुत अधिक लगता है तथा माल भाड़ा भी बहुत अधिक हो जाता है। साथ ही, चकराता, मसूरी, उत्तरकाशी, जो उत्तराखंड के मुख्य धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं व सुरक्षा एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, लेकिन वहाँ के लिए अभी तक रेल सुविधा नहीं है,जो चिंता का विषय है।
सांसद डाॅ.बंसल ने सदन के माध्यम से सरकार से जनहित मे अनुरोध किया कि देहरादून से रामनगर – टनकपुर,देहरादून-सहारनपुर के मध्य सीधी रेल लाइन, देहरादून-हरिद्वार के मध्य बड़ी रेललाइन व विभिन्न ट्रेन का संचालन एवं सहारनपुर-देहरादून-चकराता-मसूरी-उत्तरकाशी रेल लाइन की आवश्यकता है जिस पर सकारात्मक विचार करते हुए आवश्यक कार्रवाई करें ।