उत्तराखण्डदेहरादून

डोईवाला में सौंग नदी के किनारे  किया गया कैबिनेट मंत्री डॉ. अग्रवाल के बड़े भाई ताराचंद का अंतिम संस्कार, अंतिम यात्रा के दौरान व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रखकर जताई संवेदना,सीएम धामी, मंत्रियों और विधायकों ने जताया शोक

कैबिनेट मंत्री  के बड़े भाई के निधन पर क्षेत्र में दौडी शोक की लहर,
मैक्स अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार की  सुबह ली अंतिम सांस, मुख्यमंत्री धामी , मंत्रियों, कई विधायकों , राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व भाजपा के पदाधिकारियों ने जताया निधन पर शोक
देहरादून। कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल के बड़े भाई ताराचंद अग्रवाल के निधन के समाचार पाकर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। स्व. ताराचंद अग्रवाल  की अंतिम यात्रा के दौरान नगर के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर अपनी संवेदना व्यक्त की। स्व. ताराचंद अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए।
शुक्रवार की सुबह करीब चार बजे मैक्स अस्पताल देहरादून में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। निधन की सूचना पाकर क्षेत्र गमगीन माहौल में बदल दिया। डोईवाला सौंग नदी के किनारे स्व. ताराचंद  का अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र अभिषेक अग्रवाल ने मुखाग्नि दी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दूरभाष पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की।  उन्होंने कहा कि  ताराचंद का व्यवहार सदैव मृदुभाषी रहा। समाज हित में उनका जीवन सदैव समर्पित रहा।
इस दौरान प्रान्त प्रचारक शैलेन्द्र , प्रान्त कार्यवाह दिनेश सेमवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधायक खजान दास, डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला, अपर सचिव आनंद वर्द्धन, डीजीपी अभिनव सिंह, कमिश्नर राज्य कर विभाग डाॅ  अहमद इकबाल, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, नगर आयुक्त शैलेन्द्र नेगी, ईओ डोईवाला उत्तम सिंह नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा, सागर मनवाल, जिला महामंत्री दीपक धमीजा, अध्यक्ष गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा सरदार सतीश सिंह, मानवेन्द्र कंडारी, प्रधान चंद्रमोहन पोखरियाल, पूर्व मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग, सन्दीप गुप्ता, कृष्ण कुमार सिंघल, इंद्र कुमार गोदवानी, पूर्व पालिकाध्यक्ष शम्भू पासवान, जिला प्रचारक नितिन जी, जिला कार्यवाह भास्कर, जिला संघचालक सुदामा सिंघल, जिला शारीरिक प्रमुख दिनेश, जितेंद्र अग्रवाल, प्रतीक कालिया, मण्डल अध्यक्ष ऋषिकेश सुमित पंवार, पार्षद शिव कुमार गौतम, प्रदीप कोहली, राजू नरसिम्हा, वीरेंद्र रमोला, संजीव पाल, मेजर गोविंद सिंह रावत, जिला कार्यवाह भास्कर बिजल्वाण, पूर्व दायित्वधारी करन बोहरा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी, कांग्रेस जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल, डोईवाला व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश वासन, भारत गुप्ता रोशन लाल अग्रवाल, सुबोध जिंदल ल, विनय जिंदल अजय गुप्ता, नवीन अग्रवाल, प्रमोद गोयल, रविंदर बेलवाल, राकेश गुप्ता, नीरज सिंघल, दामन बाली, अजय गुप्ता, पंकज शर्मा, सुशील जायसवाल, प्रेम सिंह पम्मी राज, अश्वनी गुप्ता, रानी पोखरी मंडल अध्यक्ष अरुण शर्मा, कैप्टन आनंद सिंह राणा, नवीन चौधरी, कामेश रावत, सुभाष  कृषाली, सुभाष रावत, नवनीत अग्रवाल, इंद्रेश अरोड़ा सहित प्रदेशभर के राजनीतिक, समाजिक, व्यापारिक वर्ग सहित स्थानीय नागरिकों आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की।
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राम मंदिर आंदोलन में निभाई सक्रिय भूमिका,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बाल्यकल से जुड़े रहे
  देहरादून।  22 जनवरी को जब अयोध्या में भगवान श्री रामचंद्र  के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी, तब ताराचंद अग्रवाल  अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। जब टीवी में उन्होंने मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की झलक देखी , तब प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक  रामलला के चित्र की पूजा कर रहे थे ,तब उनकी आंखों में  आंसू थे। क्योंकि उन्होंने 1992 में मंदिर निर्माण के लिए चले आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी।
स्वर्गीय ताराचंद अग्रवाल  युवा अवस्था से सामाजिक क्षेत्र से जुड़े रहे। राम मंदिर आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी रही और इस आंदोलन का नेतृत्व करते हुए वह अनेक बार जेल भी गए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बाल्यकल से जुड़े रहे तथा डोईवाला में संघ कार्यों में भी अपने भागीदारी निभाते रहे।  ताराचंद अग्रवाल स्वर्गीय  मांगेराम अग्रवाल  के जेष्ठ पुत्र थे। उत्तराखंड सरकार में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल  के बड़े भाई होने के नाते उन्होंने प्रेमचंद अग्रवाल को राजनीति व सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रियता बनाई रखी ।
2007 में जब डाॅ  प्रेमचंद अग्रवाल  को भारतीय जनता पार्टी ने डोईवाला से नहीं बल्कि ऋषिकेश से विधायक का चुनाव लड़ने के लिए कहा ,तब ताराचंद ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने संपूर्ण क्षेत्र में व्यापक प्रचार प्रसार कर उन्हें पहली बार विधायक बनने पर जीत दर्ज कराई थी।
वह डोईवाला के सुप्रसिद्ध व्यवसायी में गिने जाते हैं।  डोईवाला में उनका प्रतिष्ठान है। उनका संपूर्ण परिवार हिंदुत्व और राष्ट्रीयता के लिए समर्पित रहा।

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