विधानसभा बजट सत्र को लेकर तैयारियां पूरी : स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक, 26 फरवरी से शुरू होगा सत्र
विधानसभा परिसर के आसपास रहेगी धारा 144 लागू, मुख्य सचिव ,जिलाधिकारी और एसएसपी रहे मौजूद
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के 26 फरवरी से आयोजित होने जा रहे धामी सरकार के बजट सत्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था और लॉ आर्डर को लेकर बैठक आयोजित की। मीटिंग में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, जिलाधिकारी सोनिका और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह मौजूद रहे। उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र इस बार देहरादून में आयोजित किया जाएगा। बजट सत्र 26 फरवरी से शुरू होगा ।वहीं विपक्ष ने गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित न करने के विरोध में किए जा रहे सांकेतिक आयोजन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र कहां पर आयोजित किया जाना है, इसमें सरकार का सुझाव महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि कई विधायकों ने पत्र लिखकर भी अनुरोध किया था कि इस विधानसभा सत्र को देहरादून में ही आयोजित किया जाए। बैठक में
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी,सचिव शैलेश बगौली, डॉ आर राजेश कुमार, दीपेंद्र चौधरी, विनोद कुमार सुमन ,पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र केएस नगलियाल ,जिलाधिकारी सोनिका , महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह व विधानसभा के अधिकारी मौजूद रहे।
विधानसभा अध्यक्ष को मिले करीब 300 सवाल
कहा ,सदस्यों को मिलेंगे ज्यादा से ज्यादा जवाब
देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि अब तक उनके पास विधायकों के तकरीबन 300 सवाल आ चुके हैं। उनका प्रयास रहेगा कि विधानसभा सत्र के दौरान ज्यादा से ज्यादा सवालों का जवाब सदस्यों को मिल सके। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए व्यवस्थाएं ना बिगड़े, इसलिए विधायकों को लिमिटेड पास जारी किए जाएंगे और अगर विधायकों को अपने साथ अतिरिक्त लोगों को विधानसभा सत्र की कार्रवाई दिखाने के लिए लाना है, तो उन्हें अलग से आवेदन करना होगा।
वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेगी धामी सरकार
देहरादून। प्रदेश की धामी सरकार वित्तीय वर्ष 2024-25 का आम बजट पेश करेगी। विधायकों से मिले प्रश्नों के संबंधित विभागों के माध्यम से जवाब तैयार कराए जा रहे हैं। विधानसभा परिसर की 300 मीटर की परिधि में धारा 144 लागू कर दी गई है और वीआईपी मोमेंट के दौरान ट्रैफिक जीरो और डायवर्ट किया जाएगा। सत्र के दौरान परीक्षाएं होने के कारण बच्चों व उनके परिजनों को कम से कम परेशानी हो, यह प्रयास जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।