पूर्व मंत्री डा. हरक सिंह की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं ने भी छोड़ी कांग्रेस, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा
कांग्रेस के टिकट पर 2022 में लैंसडाउन विधानसभा से लड़ चुकी हैं चुनाव
देहरादून। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तराखंड कांग्रेस में पार्टी छोड़ने वालों की लाइन सी लग गई है। इस बार उत्तराखंड कांग्रेस की नेत्री अनुकृति गुसाईं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है। अनुकृति गुसाईं प्रदेश के दिग्गज नेता हरक सिंह रावत की पुत्रवधू है और कांग्रेस के टिकट पर वह साल 2022 में लैंसडाउन विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने से ठीक पहले उत्तराखंड कांग्रेस में भगदड़ सी मच गई है। दरअसल, पार्टी की नेत्री अनुकृति गुसाईं ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अनुकृति गुसाईं कांग्रेस के टिकट पर पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में लैंसडाउन विधानसभा सीट पर चुनाव भी लड़ चुकी हैं। खास बात यह है कि अनुकृति गुसाईं उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेता डा. हरक सिंह रावत की पुत्रवधू हैं और लगातार प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रही हैं।
अनुकृति गुसाईं ने अपने इस्तीफे से जुड़ा पत्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को दे दिया है। हालांकि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया, इसका कोई खास कारण नहीं बताया गया है। प्रदेश अध्यक्ष को लिखते हुए पत्र में अनुकृति गुसाईं कहा कि वह व्यक्तिगत कारणों के चलते कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रही हैं।
बीते 48 घंटों की बात करें तो दो बड़े नेताओं ने उत्तराखंड कांग्रेस का हाथ छोड़ा है। इसमें पहला नाम गंगोत्री से कांग्रेस के विधायक रहे विजयपाल सजवाणा और दूसरा पुरोला से पार्टी नेता मालचंद का है। कांग्रेस के छोड़ने को लेकर अनुकृति गुसाईं ने कहा कि उनका पार्टी छोड़ने का कारण व्यक्तिगत था और वह इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहती। उनसे जब पूछा गया कि क्या वह किसी दूसरी पार्टी में शामिल हो रही हैं तो उन्होंने कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया।
बता दें कि अनुकृति गुसाईं मॉडलिंग की दुनिया में भी अपना लोहा मनवा चुकी हैं और इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा । वह लैंसडाउन समेत प्रदेश की विभिन्न विधानसभाओं में महिला उत्थान से जुड़े विभिन्न कार्यों को कर रही हैं और खासतौर पर पौड़ी क्षेत्र में अपनी संस्था के जरिए इस काम को आगे बढ़ा रही हैं। अनुकृति गुसाईं को कांग्रेस में युवा चेहरे के रूप में भविष्य की राजनीति के लिए देखा जा रहा था, लेकिन उनका इस तरह पार्टी छोड़ना बड़े झटके के रूप में महसूस किया जा रहा है।