मुख्यमंत्री की सख्ती का असर :लापरवाही पर रेंज अधिकारी जोरासी को हटाया वनाग्नि नियंत्रण के लिए प्रत्येक जनपद को 5-5 करोड़ बजट आवंटित, प्रत्येक चार धाम रूट पर मोबाइल क्रू-टीम की गई तैनात
पोर्टेबल पम्पों वाले छोटे आकार के वाटर टैंकर से ऊंचे क्षेत्रों में बुझाएंगे आग
भारी संख्या में आग बुझाने वाले सिलेंडर की व्यवस्था होगी तत्काल
राज्य में खेतों में चारा व ठोस कचरे को जलाने जलाने पर पूरी तरह बैन
वन विभाग में तैनात 4 हजार फायर वॉचर्स के इंश्योरेंस की कार्यवाही शुरू
देहरादून। राज्य में वनाग्नि पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य के वरिष्ठ अफसरों ने सोमवार को मंथन किया और कई वनाग्नि पर हफ्तेभर में नियंत्रण को लेकर कई अहम कदम उठाने के निर्णय लिए हैं। आपको ध्यान दिला दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में वनाग्नि को हफ्तेभर में नियंत्रित किए जाने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री धामी ने सोमवार को सुबह भी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से हालात की जानकारी ली। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में वनाग्नि रोकथाम के क्रियान्वयन का अपडेट लेते हुए सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। जिसके बाद मुख्य सचिव ने निर्णयों की प्रेस वार्ता करके जानकारी दी। जिसमें डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, अपर प्रमुख वन संरक्षक निशान्त वर्मा, सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव कहकशां सहित विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि वनाग्नि नियंत्रण में लापरवाही बरतने पर रेंज अधिकारी, जोरासी (अल्मोड़ा वन प्रभाग, अल्मोड़ा ) को प्रभागीय कार्यालय स्तर पर सम्बद्ध किया गया है। सीएस ने जोनल अधिकारी मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ-गढ़वाल तथा वन्यजीव परिरक्षण क्षेत्र को निर्देश दिए है कि वनाग्नि नियंत्रण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियो-कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।
महिला मंगल दल व युवा मंगल दलों का लें भी सहयोग
मुख्य सचिव ने बताया कि मॉडल क्रू-स्टेशन पर मोबाईल क्रू टीम प्रत्येक चारधाम रूट पर सभी विजिबल स्ट्रेचस एवं रूट के किनारे पड़ने वाले ग्रामों की मैपिंग की गई है एवं मोबाइल क्रू-टीम तैनात की जा रही है। राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन द्वारा वनाग्नि की घटनाओं की नियमित रूप से समीक्षा की जा रही है। प्राप्त फायर अलर्ट को तत्काल वाट्सअप ग्रुप में पोस्ट कर तत्काल संबंधित क्रू-टीम को मौके पर भेज कर रिस्पांस टाइम को कम से कम वनाग्नि को नियंत्रित किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि वनाग्नि नियंत्रण में सक्रिय वन पंचायतों-वनाग्नि, प्रबंधन समितियों, महिला मंगल दलों, युवा मंगल दलों की भी सहायता ली जाए।
वन विभाग मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को बनाया नोडल अधिकारी
अपर प्रमुख वन संरक्षक निशान्त वर्मा ने बताया कि वन विभाग के मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी नामित कर दिया गया है तथा सम्बन्धित अधिकारी फील्ड के लिए रवाना हो चुके हैं। वन विभाग में कार्यरत लगभग 4 हजार फायर वाचर्स की इन्शुरन्स की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पौड़ी और अल्मोड़ा जिलों में एनडीआरएफ भी लगाई जाएगी। हैलीकॉप्टर से वनाग्नि प्रभावित इलाकों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
आईआईटी रुड़की ने दिया क्लाउड सीडिंग का प्रस्ताव दिया
जिलाधिकारियों द्वारा खेतों में चारे आदि को जलाने तथा शहरी क्षेत्रों पर ठोस कचरे को जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध का आदेश पारित कर दिया गया है। जिन गांवों के आसपास कोई वनाग्नि की घटनाएं नहीं हुई उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। आईआईटी रूड़की के साथ क्लाउड सीडिंग के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है।
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं से किया अनुरोध,
चारधाम यात्रा सुरक्षित एवं सुविधाजनक
राज्य में वनाग्नि की घटनाओं को लेकर चारधाम यात्रा में किसी प्रकार की असुविधा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि चारधाम यात्रा 10 मई से शुरु हो रही है, यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित हैं, जंगलों की आग को लेकर किसी प्रकार की यात्रा में शंकाएं नहीं हैं।