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भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान बोले, सिलक्यारा पर कांग्रेस का बही खाता हास्यास्पद, सरकारी उपक्रमों ने खर्चे 16 करोड़ और कांग्रेसी लेखे जोखे मे 100 करोड़

कांग्रेस के आधारहीन आंकड़ों से सरकार का कोई लेना-देना नहीं
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि  सिलक्यारा टनल मे चले सफल रेस्क्यू आपरेशन के बाद कांग्रेस का मिशन दुष्प्रचार असफल होने से अब वह तथ्यों से परे आधारहीन आंकड़े लेकर सामने आ रही है, जिसका सरकार से कोई लेना देना नही है।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस को खुद यह बताना चाहिए कि किस मद मे सरकार ने कितना खर्चा किया और खर्चे मे सरकार की क्या भूमिका थी, नही तो साफ है कि कांग्रेसी अंधेरे मे तीर चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों से विशेषज्ञ सेवा हो या मशीन लाने तक यह कंपनी से कंपनी के मध्य हुए लेन देन का मामला है और इसमें राज्य सरकार कहीं नही है। जिला प्रशासन उत्तरकाशी द्वारा जो भी खर्चा रेस्क्यू कार्य के लिए एचएचआईडीसीएल को भेजा गया है वह 169.55 लाख अर्थात एक करोड़ उनहत्तर लाख 55 हजार का है।  यह भुगतान प्रक्रिया मे है। सरकार के अन्य उपक्रमो सहित यह 16 करोड़ और इसमें प्राइवेट भी जोड़ा जाए तो यह कुल 20 करोड़ की धनराशि है। चौहान ने कहा कि सरकार के कड़े रुख के बाद कंपनी पहले ही साफ कर चुकी है कि वह पूरे रेस्क्यू कार्य का भुगतान करेगी। ऐसे मे सरकार अपनी एजेंसियों का खर्चा कंपनी से वसूलेगी, लेकिन कंपनी ने अन्य एजेंसियों से क्या सेवा शर्तें तय कर कार्य कराया यह कंपनी और अन्य सेवा प्रदाता के बीच का मामला है। ऐसे मे वह किस आधार पर किसी के भुगतान के लिए कह सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता भी आरटीआई के अनुसार 6 करोड़ के आंकड़े देकर 100 करोड़ का हौवा खड़ा कर रहे हैं। आखिर रेस्क्यू आपरेशन में सरकार का कितना खर्चा लगा उसे लेकर उसके पास न कोई तथ्य न किसी तरह प्रमाणिक जानकारी का ही है।
चौहान ने तंज कसा कि बिना खाता बही और कांग्रेस सही का कथन उसकी सरकारों मे ही हो सकता है। काग्रेस अब तक हर मामले मे बिना तथ्यों के दुष्प्रचार करती रही, लेकिन उसे इसी कारण जनता ने जमीन दिखा  दी। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा टनल मे हुए हादसे और रेस्क्यू को दुनिया ने देखा। यह दुनिया की किसी टनल मे पहला ऐसा हादसा था। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व मे आखिरकार सभी श्रमिक सकुशल अपने परिवारों से मिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वह दौर याद रखने की जरूरत है कि भीतर सभी रेस्क्यू एजेंसियां जीवन बचाने की जंग मे जुटी रही और काग्रेस  सड़कों पर आंदोलन कर रही थी। जनता द्वारा फटकार लगने के बाद वह श्रमिकों की खुशहाली के लिए हवन कीर्तन का ढोंग करने लगी।
चौहान ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस हमेशा ही रचनात्मकता से दूर भागती रही है जो कि दुखद है। आपदा के समय सुझाव या लोगों के साथ खड़े होने के बजाय वह विरोध प्रदर्शन तक सीमित हो गयी। कोरोना मे भी विरोध तो विकास के लिए आयोजित इंवेस्टर समिट को लेकर भी विरोध जताती। कांग्रेस राज्य मे विकास विरोधी रवैया नही छोड़ पा रही है और यह राज्य के लिए दुखद है।

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