पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश का अलर्ट जारी, कई स्थानों पर जन- जीवन हुआ अस्त- व्यस्त
नई दिल्ली। देशभर के विभिन्न राज्यों में इन दिनों मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे कई स्थानों पर जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 10 अगस्त तक दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में हल्की से लेकर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है। इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही भारी बारिश और लैंडस्लाइड्स से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। उत्तराखंड में हजारों श्रद्धालु फंसे हुए हैं, वहीं महाराष्ट्र के पुणे में भी भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश में आज भी भारी बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश ने जहां दिल्ली के लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं सडक़ों पर बारिश का पानी भरने से लोगों को परेशानी भी हो रही है. आज दिल्ली में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. दिन के दौरान तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
इसके अलावा आपको बता दें कि राजस्थान में भारी बारिश होने का अनुमान है, जबकि उत्तराखंड में अगले दो दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से लैंडस्लाइड्स की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे कई रास्ते बंद हो गए हैं और यातायात प्रभावित हुआ है।
साथ ही जम्मू-कश्मीर में आज और कल भारी बारिश की संभावना है. वहां के कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से लैंडस्लाइड्स की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
वहीं गुजरात के वलसाड में भारी बारिश के बाद जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. वलसाड के डीएम अनसूया आर झा ने कहा कि वलसाड जिले में भारी बारिश के कारण औरंगा नदी उफान पर है। लगभग 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है और राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी है।