उत्तराखण्डदेहरादूनराष्ट्रीय

टीएचडीसी को ‘राजभाषा कीर्ति’ सम्मान से नवाजा, राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्यान्वयन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों मिला पुरस्कार

निगम के निदेशक वित्त सिपन कुमार गर्ग ने ग्रहण किया पुरस्कार
ऋषिकेश।राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्यान्वयन के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी में राजभाषा कीर्ति मिला है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग ने इस सम्मान से निगम को नवाजा है। उपलब्धि से निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों में हर्ष की लहर है।
सीएमडी आरके विश्नोई के मुताबिक नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम् में हिंदी दिवस पर आयोजित समारोह आयोजित हुआ, जिसमें निगम के निदेशक वित्त सिपन कुमार गर्ग को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुरस्कार दिया। सम्मान पर निदेशक वित्त ने कहा कि यह पुरस्कार इस बात का प्रतीक है कि निगम अपने सभी संवैधानिक एवं सांविधिक दायित्वों का निर्वाह करने के लिए कटिबद्ध है। संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। निगम में राजभाषा हिंदी को पूर्ण रूप से स्थापित करने के निरंतर प्रयास जारी हैं। समारोह में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, संसदीय राजभाषा समिति के सदस्य भृतहरि महताब, प्रख्यात कवि हरिओम पंवार, राजभाषा विभाग की सचिव अंशुली आर्या, संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली आदि मौजूद रहे।
निदेशक कार्मिक शैलेंद्र सिंह ने टीएचडीसी के अधिकारियों व कर्मचारियों को इस उपलब्धि पर प्रोत्साहित किया। बताया कि राजभाषा के क्षेत्र में निगम की क्षमताओं को देखते हुए राजभाषा विभाग ने टीएचडीसी को हरिद्वार और टिहरी की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों का दायित्व भी सौंपा है, जिसका निर्वहन निगम सात वर्षों से कर रहा है।समारोह में हिंदी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज करने वाले अनेक विद्वानों के साथ-साथ पूरे देश के केंद्र सरकार के मंत्रालयों/संस्थानों/कार्यालयों/स्वायत्तशासी निकायों के प्रमुख एवं विभिन्न समितियों के अध्यक्ष, राजभाषा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
समारोह में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की ओर से  निदेशक(वित्त) के साथ  ईश्वर दत्त तिग्गा, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.एवं प्रशा.),  रोबिन सिंघल, वरि.प्रबंधक(वित्त),  पंकज कुमार शर्मा, उप प्रबंधक (राजभाषा) सहित हिंदी अनुभाग के अनेक वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button