भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा, क्षेत्र मे युवाओं के रोजगार का अहम जरिया बनेगा सुतुड़ी-सरूताल ट्रैक
कहा,प्रकृति का आइना है सुतुड़ी-सरूताल, ट्रैक ऑफ द ईयर
देव डोलियों के सानिध्य में सुतुड़ी-सरूताल, ट्रैक से लौटा यात्रा दल
बड़कोट। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि खूबसूरत सुतुड़ी- सरूताल बुग्याल क्षेत्र मे रोजगार का अहम जरिया बनेगा और देश दुनिया के मानचित्र पर उपस्थिति दर्ज करायेगा।
चार दिवसीय सरूताल ट्रैक से लौटे मनवीर चौहान ने रविवार को बड़कोट में पत्रकारों के साथ इस ट्रैक मे यात्रा
के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि सरनौल से सुतुड़ी -सरूताल ट्रैक अब ट्रैकर के लिए सुरक्षित और रोमांच भरा है। सरनौल सुतुडी सरुताल पर्यटन विकास समिति की मांग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज सरनौल सुतुडी सरूताल बुग्याल को दो सितम्बर से 30 नवम्बर तक “ट्रैक ऑफ़ द ईयर” घोषित कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि यहां ट्रैक उत्तराखंड के मान चित्र पर दर्शाया गया है। उतरा खंड के मानचित्र पर स्थान बना चुके इस ट्रैक को अब देश विदेश के पटल पर आना बाकी है और इस दिशा मे सभी प्रयास किये जा रहे हैं।
चौहान ने कहा कि सुतुडी- सरूताल ” ट्रैक ऑफ़ द ईयर ” घोषित होने से आने वाले समय में यहाँ पर पर्यटन गतिविधियों मे इजाफा होगा और सीधे तौर पर स्थानीय लोगों को इसका लाभ होगा। देश -विदेश सैलानी सैलानी घुमने आयेंगे इससे इस क्षेत्र का ही नहीं बल्कि नौगांव ,पुरोला,बड़कोट, बनाल, ठकराल पट्टी के होटल, होम स्टे मालिकों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जब इस ट्रैक पर पर्यटक आयेंगे तो स्थानीय लोगों के होम स्टे, होटल-दाबे, घोड़े -खच्चर,वाहन स्वामियों,स्थानीय उत्पादन, दूध- घी, भेड़ बकरियों ऊन से बने अनेक वस्त्र उचित मूल्य पर बिक्री होंगे जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के द्वारा खोलेंगे।
राज्य के अन्य ट्रैक की भाँति खूबसूरत सुतुडी- सरूताल सरनौल गांव से लगभग आठ किमी की दूरी पर सुतुडी है जो इस यात्रा का पहला पड़ाव है। यहां फाचुकांडी की तलहटी सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य विराजमान हैं । सुतुडी से सरूताल ट्रैक 17-18 किलोमीटर दूर है।
इन दिनों सरूताल ताल के चारों तरफ अनेक प्रजाति के पुष्प खिले रहते हैं। जो पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
उन्होंने बताया कि 10 सितम्बर को सरनौल सुतुडी सरूताल विकास समिति के नेतृत्व में थान गांव से जमदग्नि ऋषि मुनि महाराज, सरनौल से रेणुका देवी की डोलियों के सानिध्य में चार सौ से अधिक लोग ने इस यात्रा में शामिल हुए । उन्होंने बताया कि वर्ष जनवरी 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से सरूताल को पर्यटक स्थल घोषित करने की घोषणा की थी। वहीं जून 2023 में उत्तरकाशी भ्रमण आये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके विशेष आग्रह और क्षेत्र की मांग पर सरूताल को पर्यटन स्थल घोषित करवाने की घोषणा की थी। इस बार मेहनत रंग लाई और सरनौल सुतुडी सरूताल बुग्याल समिति के के मांग पर सरकार ने सुतुडी सरूताल बुग्याल को ” ट्रैक ऑफ़ द ईयर घोषित” कर दिया।
उन्होंने कहा कि इस ट्रैक को देश दुनिया के मांचित्र पर लाने के लिए वह पूरा प्रयास करेंगे और सरकार इसमें पूरा सहयोग कर रही है जो कि सुखद है।
इस मौके पर पर्यटन विकास समिति के बलवीर सिंह राणा , जगमोहन सिंह राणा , सरदार सिंह रावत , अवतार सिंह रावत , एवं बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष भारत रावत , क्रिस्न राणा , अटोल रावत व्यापार मंडल के अध्यक्ष धनवीर रावत , मुकेश टम्टा , शैलेंद्र चौहान , जयप्रकाश रावत , अमित रावत आदि लोग मौजूद थे।