स्वच्छता ही सेवा-2024 पखवाड़ा : THDCIL ने किया स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता के तहत “सफाई मित्र सुरक्षा शिविर” का आयोजन,CMD विश्नोई ने कहा , स्वच्छता केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए जरूरी
सभी को स्वच्छता बनाए रखने और एक स्वस्थ समाज की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया
एम्स ऋषिकेश और टीएचडीसी के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने की जांच
ऋषिकेश: भारत सरकार के निर्देशानुसार स्वच्छता ही सेवा-2024 पखवाड़ा सम्पूर्ण भारत में मनाया जा रहा है, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड आर. के. विश्नोई ने बताया कि कि सोमवार को स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता के अंतर्गत “सफाई मित्र सुरक्षा शिविर” का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य सफाई कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करना था।
इस अवसर पर विश्नोई ने स्वच्छता अभियान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता केवल व्यक्तिगत जिम्मेदारी नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए आवश्यक है। उन्होंने सभी को स्वच्छता बनाए रखने और एक स्वस्थ समाज की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
“सफाई मित्र सुरक्षा शिविर” के अंतर्गत सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ हेतु मल्टी-स्पेशलिटी स्वास्थ्य कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। इसके साथ ही, सफाई किट का वितरण भी किया गया। यह प्रयास टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों और क्षेत्रीय स्वास्थ्य संस्थानों के सहयोग से किया । कार्यक्रम का शुभारंभ, शैलेंद्र सिंह, निदेश (कार्मिक) ने किया । सिंह ने इस अवसर पर कहा कि हम सभी जानते हैं कि स्वच्छता हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कहा कि समाज को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाने में आप सभी स्वच्छता मित्रों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप सभी की कड़ी मेहनत और समर्पण के बिना हम अपने आस-पास की स्वच्छता की कल्पना भी नहीं कर सकते।
इस कार्यक्रम में एम्स ऋषिकेश के डॉ. रजत शर्मा, डॉ. जोएन मैथ्यू, डॉ. क्षितिज सिंगला एवं टीएचडीसी डिस्पेंसरी से डॉ0 विभा चौधरी एवं डॉ अभिज्ञान बहुगुणा ने जांच की । शिविर में कुल 104 व्यक्तियो ने सामान्य स्वास्थ्य जांच का लाभ प्राप्त किया ।
इस अवसर पर अमरदीप, महाप्रबंधक (सा.&पर्या), ओएसडी पी. के. नैथानी, ओएसडी एम. सी. रमोला, धर्म प्रकाश, अनामिका बुड़ाकोटी व ज्योत्सना आदि उपस्थित थे।