लगातार दूसरे दिन जिले के भ्रमण पर रहे सीएमओ डॉ संजय जैन, उपजिला चिकित्सालय विकासनगर का किया औचक निरीक्षण
अनुपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों के वेतन काटने के दिये आदेश
देहरादून ।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय जैन ने मंगलवार को उपजिला चिकित्सलय विकासनगर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में तैनात जयवीर सिंह वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, स्नेहपाल सिंह, वार्डब्वाय तथा राजदास, सफाई नायक, नेहा शालू, नीलम, पी०आर०डी कर्मी अनुपस्थित पाये गये। अन्य समस्त चिकित्सक एवं स्टाफ उपस्थित पाया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विकासनगर को अनुपस्थित कर्मचारियों का 01 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि चिकित्सालय में इस माह 45 प्रसव एवं माह सितम्बर में 178 प्रसव कराये जा चुके थे। एस०एन०सी०यू में कोई भी बच्चा भर्ती नहीं था। बताया गया कि एस०एन०सी०यू० में तैनात दोनों स्टाफ नर्स के अवकाश पर होने की वजह से एस०एन०सी०यू में अभी बच्चों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
चिकित्सालय में सफाई व्यवस्था काफी खराब पायी गई जिसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को व्यवस्था सुधारने के लिए कड़े निर्देश किये गये। सभी विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारियों व चिकित्सकों को निर्देशित किया गया कि चिकित्सालय में दवाई उपलब्ध होने के बाबजूद यदि किसी भी मरीज को बाहर की दवाई लिखी जाती है या मरीजों को पैथोलॉजिकल जांच, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स.रे के लिए प्राईवेट लैब में भेजा जाता है तो सम्बन्धित चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि उनके सेवा अभिलेखों में अंकित कर दी जायेगी।
निरीक्षण में संज्ञान में आया कि चिकित्सालय में सीटिजन चार्ट नहीं लगे हुए थे। चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं का सीटिजन चार्ट लगवाने तथा चिकित्सालय में उपलब्ध दवाईयों एवं होने वाली निःशुल्क जांचों का निर्धारित जगह पर बोर्ड लगने के निर्देश दिये गये। जन औषधि केन्द्र में जैनरिक दवाईयां उपलब्ध पायी गयी।
यह जानकारी मिली कि चिकित्सालय में सितारा देवी नाम की किसी महिला द्वारा अनाधिकृत रूप से अपनी सेवायें दी जा रही है, जिसको रोकने के निर्देश दिये गये।
मौके पर मौजूद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने चिकित्सालय में आने वाले मरीजों व तीमारदारों के बैठने के लिए वेटिंग एरिया तथा चिकित्सालय के अनुरक्षण की मांग की गई। जिसके लिए विभागीय अवर अभियन्ता को विस्तृत आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।