केदारनाथ उप चुनाव: भाजपा ने आशा नौटियाल और कांग्रेस ने मनोज रावत पर जताया भरोसा, दोनों राजनीतिक दलों ने पुराने चेहरों पर खेला दांव,मुकाबला रोचक होने के आसार
रविवार को पहले कांग्रेस और उसके बाद भाजपा ने किया प्रत्याशी घोषित
देहरादून।केदारनाथ उपुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने रविवार को अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही केदारनाथ को चुनाव के लिए
उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
कांग्रेस ने सबसे पहले केदारनाथ उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया। कांग्रेस ने मनोज रावत को प्रत्याशी घोषित किया, वहीं, भाजपा ने भी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक आशा नौटियाल पर भरोसा जताया है।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस संगठन सोच समझ कर कदम बढ़ा रहा है। प्रत्याशी चयन से लेकर माहौल बनाने में उपचुनाव को ध्यान में रखा जा रहा है।कांग्रेस ने मनोज रावत की स्थानीय लोकप्रियता को ध्यान में रखकर उन पर भरोसा जताया है। भाजपा ने महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल के अनुभव पर दांव खेला है।
इस बार केदारनाथ उपचुनाव की जंग रोचक होने वाली है।एक बार फिर से आशा नौटियाल और मनोज रावत चुनाव में एक दूसरे के आमने सामने होंगे। इससे पहले ये दोनों साल 2017 में एक साथ चुनाव लड़े थे। तब मनोज रावत कांग्रेस के सिंबल पर चुनावी मैदान में थे।आशा नौटियाल 2017 में निर्दलीय चुनाव लड़ी थी। तब भाजपा ने शैलारानी रावत के कारण उनका टिकट काट दिया था।
ऐसा है केदारनाथ का चुनावी समीकरण
केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होना है. 23 नवंबर को मतगणना होगी। केदारनाथ विधानसभा सीट पर कुल 90,540 मतदाता हैं। जिसमें 44,765 पुरुष मतदाता और 45,775 महिला मतदाता शामिल हैं।इसके साथ ही इस विधानसभा सीट पर कुल 2,949 सर्विस वोटर हैं,जिनमें 2,921 पुरुष मतदाता और 28 महिला मतदाता शामिल हैं।कुल सामान्य मतदाताओं में से 1,092 दिव्यांग मतदाता हैं।85 साल से अधिक उम्र के 641 मतदाता हैं।इसके साथ ही 18 से 19 उम्र के कुल 2,441 मतदाता है। उपचुनाव के मद्देनजर केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र को दो जोनल मजिस्ट्रेट और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट क्षेत्र में बांटा गया है, जहां अधिकारियों की तैनाती की जाएगी।