Kedarnath Bye Election: उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा, अपने दल में मचे घमासान को संभालने में नाकाम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस पर लगा रहे अनर्गल आरोप
कहा, कांग्रेस के दावेदारों में कोई नाराजगी नहीं ,सब एकजुट -एकमुठ होकर कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कर रहे प्रचार,
भाजपा बताए , उसके दावेदार टिकट वितरण के फौरन बाद कोप भवन में क्यों चले गए?
कांग्रेस नेत्री ने भाजपा नेताओं के बयानों पर किया एक-एक कर पलटवार
देहरादून।केदारनाथ विधानसभा में उपचुनाव जैसे-जैसे अपने अंतिम पायदान की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे सत्ता रूढ़ दल के नेताओं की भी बदजुबानी और भाषणों में नफरत और जहर बढ़ता जा रहा है। यह कहना है उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी का।
दसौनी ने रुद्रप्रयाग में दिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस के दावेदारों में कोई नाराजगी नहीं ,सब एकजुट -एकमुठ होकर कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे हैं।
लेकिन भाजपा बताए के उसके दावेदार टिकट वितरण के फौरन बाद कोप भवन में क्यों चले गए? और चुनावी प्रचार से दूरी क्यों बनाई हुई है?
दसौनी ने कहा कि जहां तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष टिकट वितरण की अप्रत्याशित प्रणाली की बात कर रहे हैं ,तो इस बार अप्रत्याशित प्रणाली तो भारतीय जनता पार्टी ने अपनाई और दिवंगत विधायक शैला रानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत के साथ अन्याय किया, जबकि पिछले 10 सालों में हुए उपचुनाव में कभी ऐसा देखने को नहीं मिला कि भारतीय जनता पार्टी ने दिवंगत जनप्रतिनिधि के रिश्तेदार को टिकट न दिया हो? भट्ट बताएं कि स्व० शैला रानी की पुत्री से किस बात का बदला लिया गया?
वहीं गरिमा ने भट्ट के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें उन्होंने भाजपा प्रत्याशी ने दिवंगत विधायक के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने की बात कही है, दसौनी ने कहा कि आज हालात ये हैं कि केदारनाथ उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के किसी पोस्टर या बैनर में शैलारानी रावत को स्थान नहीं मिल रहा है। वहीं वर्षों तक प्रदेश की महिला मोर्चा की अध्यक्ष रहने के बावजूद भाजपा प्रत्याशी कभी भी महिला अपराध पर मुखर नहीं रही हैं और ना ही उन्होंने राज्य में बढ़ते दुष्कर्मों पर अपनी जुबान खोली, जब जब केदारनाथ धाम चर्चा में आया ,तब भी भाजपा प्रत्याशी ने मौन साधे रखा, चाहे वह देवस्थानम बोर्ड का गठन हो, 228 किलो सोना चोरी हो या फिर दिल्ली के बौराड़ी में बन रहा केदार बाबा का प्रतीकात्मक मंदिर?
दसौनी ने भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी पर भी पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव अपने हाथों से फिसलता देख वह अपनी पुरानी चाल चलने से बाज नहीं आ रहे हैं। नमाज, यूनिवर्सिटी और दूसरी बातों को चुनाव में जबरन घसीटकर लाया जा रहा है। दसौनी ने कहा कि सुरेश जोशी का इस्तेमाल भारतीय जनता पार्टी तब करती है, जब तुष्टिकरण करना होता है और सांप्रदायिक बयान दिलवाने होते हैं।
गरिमा ने भाजपा नेताओं के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें यह कहा गया था कि भाजपा सरकार में कोई भी घुसपैठया राज्य की बहन बेटियों के साथ गलत करने की नहीं सोच सकता, कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता ने भाजपा को आईना दिखाते हुए कहा कि भाजपा के कुशासन में एनसीआरबी की आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड देश के नौ हिमालय राज्यों में महिला अपराध में नंबर वन प्रदेश बन गया है। छोटी-छोटी नाबालिग बच्चियों को वहशी दरिंदे अपने हवस का शिकार बना रहे हैं ,जिसमें से अधिकांश दुष्कर्म स्वयं भाजपा के पदाधिकारी ने किए । कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है।
गरिमा ने यह भी याद दिलाया कि 2013 की दैवीय आपदा के बाद केदारनाथ की जनता के अपराधी विजय बहुगुणा को कांग्रेस पार्टी ने तो मुख्यमंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया, लेकिन भाजपा ने अपने गले से लटका लिया और उस दैवीय आपदा के बाद प्रदेश के नायक बनकर उभरे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रिकॉर्ड समय में यात्रा प्रारंभ करवा कर सबको आश्चर्य चकित कर दिया।
यही कारण है कि केदारनाथ की जनता कांग्रेस का शासन अभी तक भूली नहीं है।गरिमा ने कहा कि केदारनाथ की जनता यह भली-भांति जानती है कि अगर बहुगुणा को बदलकर हरीश रावत को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता तो लंबे समय तक न ही यात्रा शुरू हो पाती और ना ही पुनर्वास का काम इतनी तेजी से होता। न ही केदारनाथ की जनता अपने पैरों पर खड़ी हो पाती।
दसौनी ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा की देवतुल्य जनता भारतीय जनता पार्टी का छद्म हिंदुत्व पूरे देश के सामने उजागर करेगी। धर्म की आड़ लेकर जो पूरे प्रदेश का सौहार्द भाजपा ने बिगाड़ा है और सांप्रदायिक माहौल बनाने की कोशिश की है इस बार केदार की धरती अधर्मियों को सबक सिखाएगी।