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कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसौनी , बोलीं- चोपता के बाजार में भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य की गाड़ी में पकड़ी गई शराब को लेकर भाजपा की सफाई हास्यास्पद

कहा -किरकिरी होने पर भाजपा बौखलाहट में पुलिस प्रशासन और जनता को बरगलाने और झूठ परोसने पर उतर आई
देहरादून।केदारनाथ विधानसभा में गतिमान उपचुनाव के दौरान रविवार को देर रात चोपता के बाजार मे भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की गाड़ी में पकड़ी गई शराब को लेकर स्थानीय भाजपा पदाधिकारियों के द्वारा जारी किया गया प्रेस नोट उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत को कर रहा है चरितार्थ। यह कहना है उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी का।
दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस के द्वारा लगातार राज्य के मुख्य निर्वाचन आयोग को सत्ता के दुरुपयोग पर शिकायती पत्र भेजे जा रहे हैं, लेकिन कोई उचित कार्रवाई न होने की वजह से ऐसा हुआ है।
दसौनी ने कहा कि जिस गाड़ी को शराब ले जाते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पकड़ा, उस पर साफ तौर से भाजपा कार्यसमिति लिखा हुआ है और चूंकि केदारनाथ चुनाव अपने अंतिम पड़ाव पर है, इस पकड़ी गई शराब और व्यापक स्तर पर हो रही  किरकिरी पर भारतीय जनता पार्टी बौखलाहट में पुलिस प्रशासन और जनता को बरगलाने और झूठ परोसने पर उतर आई है।
दसोनी ने कहा “प्रत्यक्षम किम प्रमाणम”प्रत्यक्ष को प्रमाण की कोई जरूरत नहीं होती कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं ने रात को ही सोशल मीडिया पर लाइव के माध्यम से जनता के सामने सारा सच रख दिया है जिसमें कहीं शक की कोई गुंजाइश नहीं बचती। भारतीय जनता पार्टी के वह पदाधिकारी जो विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस पर झूठा आरोप लगा  रहे हैं वह बताएं कि उन्होंने तुरंत वीडियो क्यों नहीं बनाया और शिकायत क्यों नहीं की?एक ओर जहां शराब पकड़ी गई वहां कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी मनोज रावत ,प्रताप नगर विधायक विक्रम नेगी, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, जयेंद्र रमोला ,संतोष रावत इत्यादि ने स्वयं मौजूद थे। भाजपा नेता कहां थे?
दसौनी ने कहा कि जब रायता फैल गया तब भाजपाइयों को झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है।
गरिमा ने कहा कि राज्य सरकार के आदेश पर जहां एक तरफ स्थानीय लोगों की गाड़ियों की सघन तलाशी ली जा रही है, दूसरी तरफ विधानसभा क्षेत्र में किसी भी सरकारी अधिकारी की तरफ से भाजपा नेताओं और हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली रजिस्ट्रेशन के वाहनों की तलाशी नहीं ली जा रही है। इन वाहनों में भाजपा के चुनावी पोस्टर लगे हुए हैं।भाजपा कार्यकर्ताओं और बाहर से आए हुए नेताओं की ओर से वोटरों को प्रभावित करने के लिए शराब और धन का इस्तेमाल किया जा रहा है ।

सरकारी मशीनरी और पुलिस प्रशासन दबाव में आकर नहीं कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के वाहनों की जांच

दसौनी ने आरोप लगाया कि चुनाव में लगी सरकारी मशीनरी और पुलिस प्रशासन, सरकार के दबाव में इन लोगों के वाहनों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए आदर्श चुनाव आचरण संहिता के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाए. कांग्रेस पार्टी ने यह भी मांग उठाई है कि वोटिंग की तारीख तक बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में प्रतिबंधित किया जाए। और भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियों की भी रुटीन  जांच हो।

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