Dehradun Car Accident: दून पुलिस ने किया चार मजदूरों को मौत के घाट उतारने वाली कार का ड्राइवर गिरफ्तार, मर्सिडीज में भांजे को सैर कराने निकला था मामा, 22 साल है आरोपी की उम्र

पुलिस की पूछताछ में कई तथ्य आए सामने,
मुरादाबाद का रहने वाला है आरोपी वंश कत्याल,काम की तलाश में आया था देहरादून
देहरादून।राजधानी देहरादून में 12 मार्च को देर रात तेज रफ्तार मर्सिडीज कार का कहर देखने को मिला था। बेकाबू मर्सिडीज कार ने 6 लोगों को कुचल दिया था, जिसमें चार मजदूरों की मौके पर मौत हो गई थी।इस हादसे के बाद से ही मर्सिडीज का ड्राइवर फरार था, जिसके पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पुलिस ने देहरादून आईएसबीटी के पास से गिरफ्तार किया है।आरोपी की उम्र 22 साल है और बीबीए का छात्र है। आरोपी मूल रूप से यूपी के मुरादाबाद का रहने वाला है, जो देहरादून में नौकरी के सिलसिले में आया था। मर्सिडीज कार आरोपी के जीजा की है, जिस वक्त ये हादसा हुआ, कार में आरोपी के साथ उसका 12 साल का भांजा भी बैठा हुआ था। आरोपी बुधवार रात को अपने भांजे को लेकर खाने-पीने और घूमाने के लिए निकला था।पुलिस के अनुसार भांजे के कहने पर आरोपी मसूरी की तरफ घूमने निकला था।वहीं से लौटते समय राजपुर रोड पर साईं मंदिर के पास रात को करीब 8.20 बजे आरोपी तेज रफ्तार कार को काबू नहीं कर पाया और उसने सड़क किनारे चल रहे चार लोगों को कुचल दिया था, जिनकी मौके पर मौत हो गई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दिया था पुलिस को सुराग:
इस सड़क हादसे का खुलासा करने के लिए देहरादून एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर पुलिस की अलग-अलग टीमों को लगाया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया था कि जिस वाहन से ये हादसा हुआ है, वो मर्सिडीज या उससे मिलती जुलती कोई गाड़ी है।
इसी आधार पर पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखी थी सिल्वर ग्रे कलर की कार: पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के साथ ही एएनपीआर कैमरों की मदद से मर्सिडीज जैसे वाहन की तलाश की।
पुलिस को हादसे के समय घटनास्थल से गुजरते हुए ऐसे करीब 11 वाहन मिले, जिनके बारे में पुलिस ने जानकारी जुटाई। इसमें से एक गाड़ी पुलिस को चंडीगढ़ नंबर की मिली, जो सिल्वर ग्रे कलर की थी। इस कार की एक साइड क्षतिग्रस्त हो रखी थी।
जून 2023 में दिल्ली के डीलर को बेची गई थी कार
पुलिस ने चंडीगढ़ नंबर की उस गाड़ी के बारे में जानकारी निकाली तो पता चला कि ये कार हरबीर ऑटोमोबाइल्स एजेंसी जिनके चंडीगढ़ में महिंद्रा के शोरूम हैं, उनके नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस की एक टीम को तत्काल चंडीगढ़ भेजा गया। चंडीगढ़ पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि हरबीर ऑटोमोबाइल ने फरवरी 2023 में ये गाड़ी खरीदी थी, जिसे उन्होंने जून 2023 में दिल्ली के एक डीलर को बेच दिया था।
जुलाई 2024 में आरोपी के जीजा ने खरीदी थी कार
इसके बाद एक टीम को दिल्ली भेजा गया, जहां जानकारी करने पर पता चला कि उस डीलर ने ये कार एक अन्य एजेंसी को ट्रांसफर कर दी थी। उस एजेंसी ने इस कार को जुलाई 2024 में लखनऊ निवासी जतिन प्रसाद वर्मा, जिसका देहरादून के जाखन में आवास और व्यवसायिक कार्यालय है, उसने खरीदी थी।
इसके बाद पुलिस ने बर्कले मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड मर्सिडीज बेन्ज मोहब्बेवाला देहरादून से जानकारी ली तो पता चला कि 24 नवंबर 2024 उनके पास एक गाड़ी सर्विस के लिए आई थी, जो जतिन प्रसाद वर्मा के नाम पर है, इसके बाद पुलिस कार और आरोपी ड्राइवर की तलाश में जुटी।
आरोपी ने खाली प्लाट में खड़ी कर दी थी कार
इसी बीच पुलिस को मर्सिडीज कार खाली प्लाट में खड़ी मिली।पुलिस ने कार के बारे में आस-पास के लोगों से पूछताछ की तो पास के ही एक फ्लैट में रहने वाले मोहित मलिक ने बताया कि इस कार को उनके परिचित वंश कत्याल ने रात में खड़ा किया था। वंश ने मोहित को बताया था कि उसकी कार में कुछ प्रॉब्लम हो गई है, इसीलिए उसने अपने भांजे को जाखन छोड़ने के लिये मोहित से स्कूटी मांगी थी। भांजे को छोड़ने के बाद वंश वापस आया और मोहित को स्कूटी देकर चला गया था।
पुलिस ने आरोपी के जीजा से भी की पूछताछ
इसके बाद पुलिस कार के मालिक जतिन प्रसाद वर्मा के पास पहुंची और पूछताछ की। जतिन प्रसाद वर्मा ने बताया कि उन्होंने 12 मार्च को अपनी कार अपने साले वंश को दी थी।पुलिस ने वंश के बारे में जानकारी ली और उसे आईएसबीटी देहरादून से पास से गिरफ्तार किया।
वहीं से लौटते समय अचानक उसकी कार से सामने दो स्कूटी आई गई थी, जिसमें से एक स्कूटी में टक्कर लग गई थी। तभी उसकी कार बेकाबू होकर सड़क किनारे जा रहे चार व्यक्तियों से जा टकराई। घटना के बाद उसने कार को सहस्त्रधारा में एक खाली प्लाट पर खड़ा कर दिया था और अपने एक परिचित मोहित से अपने भांजे को छोड़ने के लिये उसकी स्कूटी मांगी थी। भांजे को जाखन में छोड़कर उसने मोहित की स्कूटी उसे वापस कर दी, जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को आईएसबीटी से गिरफ्तार किया।
अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून