मिला शानदार अनुभव- जीआरडी के विद्यार्थियों ने किया दुबई एवं आबूधाबी का पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण

संस्थान के वाईस चेयरमैन सरदार इंदरजीत सिंह ने किया छात्र दल का स्वागत, नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को समय की जरूरत बताया,
महानिदेशक डॉ पंकज चौधरी ने छात्रों से अपने अर्जित ज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करने को प्रेरित किया
देहरादून। राजधानी के प्रतिष्ठित मैनेजमेंट एवं इंजीनियरिंग कॉलेज गुरु राम दास इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी देहरादून के मैनेजमेंट छात्र-छात्राओं ने दुबई एवं आबूधाबी का पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण किया।
संस्थान के वाईस चेयरमैन सरदार इंदरजीत सिंह ने छात्र दल का स्वागत करते हुए नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के क्षेत्र में अपने विचार रखे एवं अनुभव साझा किये । उन्होंने नवाचार और अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को समय की जरूरत बताया । पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय भ्रमण के दौरान छात्र छात्राओं ने मरीना पाम जुमेरा अटलांटिस, बुर्ज अल अरब, जुमेराह बीच, वार्नर ब्रोस वर्ल्ड आबू धाबी का विस्तृत भ्रमण किया ।
छात्र-छात्राओं ने लिगेसी रियल एस्टेट, दुबई के प्रबंधन से बिज़नेस टिप्स भी सीखे । एमबीए के छात्र आदित्य सहाय ने सस्थान का धन्यवाद देते हुए बताया कि दुबई और भारत के व्यापारिक मॉडलों में उन्होंने कुछ मुख्य अंतर देखे । दुबई एक मजबूत अर्थव्यवस्था के साथ, व्यापार, वित्त और पर्यटन के लिए एक वैश्विक केंद्र है। वहीं भारत एक विविध अर्थव्यवस्था के साथ, कृषि और सेवा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करता है।
छात्र निगम सैनी ने कहा कि दुबई में ज्यादातर व्यवसाय आयात-निर्यात और पुनः-निर्यात पर आधारित होते हैं, जबकि भारत में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों महत्वपूर्ण हैं ।
मैनजमेंट छात्र प्रशांत ने अंतर्राष्ट्रीय टूर को अपने कैरियर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि पहले दुबई की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल उद्योग पर आधारित थी, लेकिन अब पर्यटन, वित्तीय सेवाओं और रियल एस्टेट पर केंद्रित है, जबकि भारत की अर्थव्यवस्था कृषि और सेवा क्षेत्र पर केंद्रित है। दुबई में अन्य उद्योग अपेक्षाकृत कम है, जबकि भारत में कई औद्योगिक क्षेत्र हैं ।
अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण के सफल संचालन पर संस्थान के महानिदेशक डॉ. पंकज चौधरी ने जीआरडी मैनेजमेंट एवं शिक्षकों को धन्यवाद दिया एवं छात्रों से अपने अर्जित ज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करने को प्रेरित किया । उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग उत्साह एवं मेधा से परिपूर्ण है और इस तरह के अंतराष्ट्रीय आयोजन उनके लिए सफलता की नयी राहें खोलते हैं एवं मानसिक विकास को बढ़ावा देते है ।
इस अवसर पर संस्थान के वाईस चेयरमैन सरदार इंदरजीत सिंह ओबेराय, सरदार प्रबजी ओबेराय, महा निदेशक डॉ. पंकज चौधरी उपस्थित रहे ।