पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा दून विश्वविद्यालय का मुख्य द्वारः उच्च शिक्षा मंत्री
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के विजन को भी दर्शाता है
देहरादून। पर्वतीय काष्ठ कला को संजोये दून विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार आने वाले समय में आम लोगों के साथ ही पर्यटकों के भी आकर्षण का केन्द्र बनेगा। जिसको देखने स्थानीय लोगों के साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटक भी पहुंचेंगे। यह बात सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के लोकार्पण अवसर पर कही। डॉ. रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार पहाड़ की समृद्धि संस्कृति एवं पर्वतीय काष्ठ कला जीवंत नमूना है। मुख्य द्वारा बेजोड़ नक्काशीदार पहाड़ी शैली में बनाया गया है जो न सिर्फ पर्वतीय संस्कृति एवं काष्ठ कला को प्रदर्शित करता है बल्कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के विजन को भी दर्शाता है। जिसे देखने स्थानीय लोगों के साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटक भी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग में पिछले पांच वर्षों में कई बड़े काम हुए हैं। जिसके तहत राजकीय महाविद्यालयों में 800 से अधिक शिक्षकों की तैनाती, सभी महाविद्यालयों में प्राचार्यों की नियुक्ति, मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप, उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को भक्त दर्शन पुरस्कार, रूसा योजना के अंतर्गत नए भवनों का निर्माण, दून विश्वविद्यालय के परिसर में डॉ. नित्यानंद शोध संस्थान, संस्कृत विश्वविद्यालय, विधि विश्वविद्यालय एवं खेल विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय प्रमुख रहे। विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. सुरेखा डंगवाल ने बताया कि उच्च शिक्षा मंत्री की प्रेरण से विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा विश्वविद्यालय की बाउंड्री वॉल का निर्माण व पेंटिंग कार्य किये गये जिन पर कुल रूपये 2 करोड़ 73 लाख का व्यय किया गया। स्थानीय विधायक विनोद चमोली ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार को पहाड़ी शैली में बनाये जाने को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में दून विश्वविद्यालय से सटे क्षेत्र को एक विजन के तहत विकसित किया जायेगा। इसके अलावा इस क्षेत्र में पब्लिक ट्रंसपोर्ट को मजबूत कर विश्वविद्यालय एवं स्थानीय लोगों की समस्या को दूर किया जायेगा। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मन्द्रवाल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. एच.सी. पुरोहित ने किया । इस अवसर पर विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, कुलपति दून विवि डॉ. सुरेखा डंगवाल, सहलाकार रूसा प्रो. एम.एस.एम. रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, प्रभारी रूसा प्रो. ए.एस. उनियाल, प्रो. रचना नौटियाल, कुलसचिव डॉ. एम.एस. मन्द्रवाल, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. दीपक पाण्डेय सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।