विधानसभा की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही आप
आप के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देहरादून आ रहे हैं सोमवार को
देहरादून । राज्य गठन के बाद एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस के चले आ रहे ट्रेंड को बदलने का लक्ष्य लेकर उत्तराखंड में सरकार बनाने का दावा कर रही आम आदमी पार्टी सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इस रैली के लिए विधानसभा प्रभारियों और टिकट के दावेदारों की भी अग्नि परीक्षा होगी कि वह कितनी भीड़ और कार्यकर्ता परेड ग्राउण्ड में ला पाएंगे। उत्तराखंड में आप पार्टी अपना सीधा मुकाबला सत्तारूढ भाजपा से मानकर चल रही है। आप के दावों में कितना दम है ,यह कल (आज) देहरादून के परेड ग्राउंड में होने जा रही पार्टी की रैली से साफ हो जाएग। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि उत्तराखंड में आप की हवा है या हवा में आप है। क्योंकि उत्तराखंड में सरकार बनाने की बात आप का प्रत्येक नेता कर रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सोमवार को देहरादून आ रहे हैं। जहां वह उत्तराखंड नव निर्माण के लिए नव परिवर्तन अभियान की शुरुआत करेंगे। इस अभियान के तहत आपने 3 लाख नव परिवर्तन प्रमुख बनाने का लक्ष्य रखा है । चुनाव के अंतिम 45 दिनों के लिए बने अभियान को गति देने के लिए केजरीवाल दून पहुंचे रहे हैं। केजरीवाल इससे पहले 5 बार उत्तराखंड का दौरा कर चुके हैं और अब तक प्रदेश के लोगों को 4 गारंटी दी हैं । आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में पहली बार विधानसभा चुनाव में उतर रही है । ऐसे में सरकार बनाने को लेकर किए जा रहे दावों में कितना दम है यह तो चुनाव के समय और चुनाव के बाद ही साफ होगा । प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी ने चार बड़ी गारंटी योजनाओं की घोषणा कर लोगों को लुभाने का काम जरूर कर दिया है। पार्टी इन गांरटी योजनाओं को विधानसभा चुनाव में अपने लिए जीत का मजबूत आधार मानकर चल रही है। इन गारंटी योजनाओं में मुफ्रत बिजली गारंटी ,रोजगार गारंटी ,तीर्थ यात्रा गारंटी और महिला गारंटी शामिल है। इतना ही नहीं इन योजनाओं में लाखों लोगों के जुड़ने का दवा भी आप की ओर से किया जा रहा है । पार्टी का कहना है कि 2 माह के अंदर आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल की ओर से जनता को दी गई गारंटी योजनाओं से अब तक 27 लाख से ज्यादा परिवार जुड़ चुके हैं। इन दावों में कितना दम है यह आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा। आम आदमी पार्टी के ये आंकड़े आगामी विधानसभा चुनाव में क्या गुल खिलाते हैं इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। इतना जरूर है कि इन आंकड़ों से दिल्ली के सीएम और पार्टी के संयोजक केजरीवाल जरूर खुश होंगे। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा और सत्ता वापसी के लिए कोशिशों में जुटी कांग्रेस अभी तक आप को उत्तराखंड में पूरी तरह स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। दोनों ही दल आप को बाहरी पार्टी बताकर हमला करते रहे हैं। हालांकि दोनों ही दल अभी तक केजरीवाल की इन गारंटी योजनाओं की कोई बड़ी काट सामने नहीं ला पाए हैं। कांग्रेस ने जरूर बिजली और मुफ्त सिलेंडर जैसी घोषणाएं की है।