कांग्रेसः टिकट के दावेदारों की बढ़ी बेचैनी
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही टिकट के दावेदारों की बेचैनी बढ़ गई है। कांग्रेस के खेवनहार दावा कर रहें है कि पार्टी ने 45 सीटों पर प्रत्याशी तय कर लिये है। 15 जनवरी तक पहली सूची जारी कर दी जाएगी। फिलहाल 25 सीटों पर कांग्रेस में अभी भी अस्मंजस की स्थिति बताई जा रही है।
15 सीटों पर कांग्रेस के दिग्गज आपस में ही आमने-सामने हैं। कुछ सीटों पर कांग्रेस को स्थानीय बनाम पैराशूट के मुद्दे पर बगावत का सामना करना पड़ सकता है। सहसपुर, रायपुर, मसूरी, कैंट, खानपुर, हरिद्वार ग्रामीण, ज्वालापुर, गंगोत्री, नैनीताल, बाजपुर, गदरपुर आदि विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को भारी उलझन का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अश्वनी पांडे का दावा है कि अब तक 40 सीटों पर प्रत्याशियों के पैनल तैयार कर लिये गये है। वहीं, कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व सीएम हरीश रावत दावा कर रहें है कि 45 नाम तय कर लिये गये है, मगर पार्टी तय नामों की पहली सूची जारी करने से अभी बच रही है। कहा जा रहा है कि भाजपा से कुछ बड़े नेता कांग्रेस के संपर्क में है, उनके आने का इंतजार किया जा रहा है। इसके अलावा अल्पसंख्यक, युवा व महिला कांग्रेस भी अपने कोटे की सीट मांग रही हैं, जो पार्टी के लिये सर दर्द बना हुआ है। कल (आज) दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिग कमेटी की बैठक होने जा रही है जिसमें कुछ सीटों पर तय नामों पर अंतिम मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है। 2017 के विधानसभा विजय हुए प्रत्याशियों के अलावा कम मार्जन से हारने वाले नेताओं को भी टिकट दिये जाने की बात सामने आई है। कुछ सीटों पर हरीश रावत, प्रीतम सिंह समर्थक भी आमने-सामने है। अगर इन विधानसभा सीटों पर टिकट वितरण में लापरवाही बरती गई तो कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है। पार्टी हर सीट पर जिताऊ प्रत्याशी को उतारने का ऐलान पहले ही कर चुकी है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस कब तक टिकट फाइनल करती है।