उत्तराखण्ड

यूपीसीएल अब बिजली के बिलों में करने जा रहा है फेरबदल

  • अब नए फॉर्मूले से जारी होंगे बिजली का बिल
  • उत्तराखंड में अब हर दिन के हिसाब से आएगा विद्युत बिल
    देहरादून। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) अब बिजली के बिलों में फेरबदल करने जा रहा है। प्रदेश में बिजली के बिल अब नए चक्र के अनुसार जारी किए जाएंगे। इससे बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि बिजली के बिल पहले की अपेक्षा कम आएंगे। दरअसल, ऊर्जा निगम अभी तक 15 दिन से अधिक की बिजली उपयोग करने पर 1 महीने का बिल जारी करता है। इसी तरह 45 दिन से अधिक के समय पर 2 महीने का बिल उपभोक्ताओं को देना पड़ता था। लेकिन अब इसके समय में बदलाव किया गया है। प्रदेश में मौजूदा बिजली चक्र को बदलते हुए अब इसमें कुछ मामूली सा संशोधन किया गया है। बता दें कि ऊर्जा निगम अब तक बिजली उपयोग करने का समय 15 दिनों से अधिक होने पर पूरे महीने का बिल तैयार करता है। भले ही बिजली का उपयोग 15 दिन ही क्यों न किया हो। इसी तरह बिजली उपयोग का समय 16 दिन या उससे अधिक 45 दिन तक होने की स्थिति में भी एक महीने का बिल जारी किया जाता है। 46 दिन या उससे अधिक 75 दिन तक दो महीने का बिल जारी किया जाता है, जिससे उपभोक्ता को स्लैब के अनुसार अधिक बिजली दरों का भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब इसमें बदलाव किया गया है। अब हर महीने का बिल 25 से 35 दिन और दो महीने का बिल 55 से 65 दिन के भीतर तैयार किया जाएगा। इसमें भी जितने दिनों का बिल तैयार होगा, भुगतान उसी के अनुरूप तय दरों के अनुसार करना होगा। इससे उपभोक्ताओं का बिजली बिल ज्यादा दरों वाले स्लैब तक नहीं पहुंच सकेगा। इसी माह फरवरी से यह व्यवस्था लागू होगी। उत्तराखण्ड विद्युत नियामक आयोग की तरफ से इस संदर्भ में व्यवस्था बदलने के निर्देश दिए गए थे जिसके बाद यूपीसीएल की तरफ से नया चक्र तय किया गया है। वहीं ऊर्जा निगम ने एक महीने में 30-417 दिन तय किए हैं। अब यदि आपका बिजली बिल 50 दिन में आता है, तो आपकी 100 यूनिट तक बिजली खर्च तय करने का सिस्टम बदल जाएगा। 100 यूनिट को 50 से गुणा करने के बाद आने वाले आंकड़े को 30-417 दिन से भाग देने पर आनी वाली 164-38 यूनिट को पहला स्लैब माना जाएगा। इस तरह आम लोगों को पहले स्लैब के रूप में 64-38 यूनिट का अतिरित्त लाभ मिलेगा। यही फार्मूला अन्य स्लैब पर भी लागू होगा। नई व्यवस्था में फिक्स्ड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी। इस तरह बिजली बिल का जो पहला स्लैब 100 यूनिट तक माना जाता है, वो 50 दिन के बिल पर पहला स्लैब 164-38 यूनिट माना जाएगा। इस तरह आम लोगों को पहले स्लैब के रूप में 64-38 यूनिट का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। यही फॉर्मूला अन्य स्लैब पर भी लागू होगा। नई व्यवस्था में फिक्स्ड चार्ज की गणना भी हर महीने की बजाय प्रतिदिन के अनुसार होगी। मौजूदा बिलिंग चक्र के अनुसार जारी होने वाले बिजली बिलों में आम जनता को नुकसान हो रहा है। यूपीसीएल की ओर से समय पर बिल जारी नहीं किए जाते थे। कभी 46 दिन में दो महीने का बिल भेजा जाता है, तो कभी 75 दिन से अधिक का समय लिया जाता है। इस अनियमितता को दूर कर दिया गया है। उपभोक्ताओं को इसका बड़ा लाभ मिलेगा।

प्रति माह बिल जारी करने की थी लंबे समय से मांग
देहरादून। प्रदेश में बिजली उपभोक्ता से लम्बे समय से एक माह में बिल जारी करने की मांग कर रहे थे। अब नया फॉर्मूला आने से उन्हें लाभ मिल सकेगा। अभी तक 100 यूनिट तक 2-80 रूपये टैरिफ था। जबकि 101 से 200 यूनिट तक 4 रूपये टैरिफ हो जाता है। यदि मासिक बिल भेजा जाए तो उपभोक्ता को कम टैरिफ पर भुगतान करना पड़ता है। नए फॉर्मूले से प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
यूनिट श्रेणी- पहले/रुपये प्रति यूनिट
0-100 यूनिट 2.80 रुपये
101-200 यूनिट 4-00 रुपये
201-400 यूनिट 5.50 रुपये
400 यूनिट से ऊपर 6.25 रुपये

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