राष्ट्रीय

यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में जुटी सरकार

इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की अपील
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच स्थिति लगातार बिगड़ती ही जा रही है। रूस की सेना यूक्रेन पर कब्जा करने के करीब पहुंच गई है। हालांकि, पुतिन ने भी अन्य देशों को धमकी दे डाली है कि कोई भी बीच में न पड़े नहीं तो उसे भी अंजाम भुगतना पड़ सकता है। वहीं, रूसी हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से बात की। उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट से रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता की अपील की है ।
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि दुश्मन ने मुझे नंबर वन टारगेट बना रखा है। मेरा परिवार नंबर टू टारगेट है। मैं राजधानी में ही रहूंगा और मेरा परिवार भी यूक्रेन में ही है। वे राज्य के मुखिया को खत्म कर यूक्रेन को राजनीतिक रुप से नष्ट करना चाहते हैं।
यूक्रेन के हालात पर भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने कहा यह पुतिन का युद्ध है। यह शर्म की बात है कि ऐसा हो रहा है। हम आर्थिक प्रतिबंधों के साथ प्रतिक्रिया देंगे। हम दूसरे देश पर कब्जे की अनुमति नहीं दे सकते। हम एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय चाहते हैं जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों पर आधारित हो। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हमें उत्तराखंड के 188 लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली है। विदेश मंत्रालय उन्हें बाहर निकालने के लिए जरूरी इंतजाम कर रहा है। उत्तराखंड के निवासियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 जारी किया गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button