बोले हरीश रावत, हो जाओ सावधान-विधायक खरीदो अभियान का सिद्धहस्त पहुंच गया दून
- पूर्व सीएम ने कहा, दलबदल करवाने की यह घोषणा लोकतंत्र की हत्या
- कांग्रेस ने भाजपा नेता महेंद्र भट्ट के बयान को बताया शर्मनाक
देहरादून। उत्तराखण्ड में चुनाव नतीजे आने से पहले ही विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप-प्रतिआरोप लगना शुरू हो गया है। भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट के बयान और भाजपा के राष्ट्रीय महा सचिव कैलाश विजयवर्गीय की उत्तराखण्ड पहुंच कर निशंक व धामी से हुई मुलाकात के बाद सियासी पारा सातवे आसमान पर पहुंच गया है। कांग्रेस ने महेंद्र भट्ट के बयान को शर्मनाक बताया तो वहीं, कैलाश विजयवर्गीय की आमद से प्रदेशवासियों को चेताया है। कांग्रेस ने विजयवर्गीय को प्रदेश में दलबदल कराने और विधायक खरीदो अभियान का सिद्धहस्त करार दिया है। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व सीएम हरीश रावत ने तो सिधे तौर पर हमला बोला है। हरदा ने लिखा है कि ‘भाजपा के निवर्तमान विधायक की एक सार्वजनिक स्वीकारोक्ति अत्यधिक शर्मनाक है। उन्होंने दावा किया है कि दूसरी पार्टियों के निर्वाचित होने की प्रतीक्षारत उम्मीदवारों से उनकी पार्टी की ओर से संपर्क साध लिया गया है, तो निर्वाचन से पहले ही दलबदल करवाने की यह घोषणा लोकतंत्र के लिए एक बड़ी भारी चेतावनी है। इतनी ही बड़ी चेतावनी है विधायक खरीदो अभियान के एक सिद्धहस्त भाजपाई नेता का उत्तराखंड आगमन! बंगाल में भी इन्होंने इसी तरीके की खरीद-फरोख्त की, पिटे भी। बिहार में भी इसी तरीके की खरीद-फरोख्त कोशिश की और पिटे भी, हौसला इनका बड़ा 2016 में उत्तराखंड में की गई खरीद-फरोख्त के बाद। अब फिर से ये पुराना शातिर खिलाड़ी उत्तराखंड पहुच चुका है। मैं कहना चाहता हूं कि उत्तराखंड के लोकतंत्र पहरूवो सावधान, कांग्रेस तो सावधान है ही है।निर्वाचन आयोग ने सेवानिवृत्त हुए 206 लोगो को भी भेज दिये मतपत्रःगोदियाल
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सेना-अर्धसैनिक बलों वाले मतदाताओं को जारी मतपत्रों के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए ऐसे मतों को निरस्त करवाये जाने की मांग की है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि विभिन्न जिला निर्वाचन अधिकारियों की ओर से निर्गत किये गये सर्विस मतदाताओं के पोस्टल बैलेट की सूची में ऐसे नाम विद्यमान हैं जो या तो सेवानिवृत्त हो चुके हैं, या लम्बे अवकाश पर हैं व दिवंगत हो चुके हैं। इसी प्रकार का प्रकरण केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में सामने आया है जहां पर सर्विस मतदाताओं को सेना-अर्धसैनिक बलों का मत के द्वारा जारी किये गये डाक मतपत्रों की कुल संख्या 3187 है। इस सूची का निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्टया लगभग 206 सर्विस मतदाता ऐसे पाये गये हैं जो अपनी सेवा से सेवानिवृत्त हो चुके हैं अथवा लम्बे अवकाश पर चल रहे हैं या लम्बे अवकाश के दौरान अपने मतदान स्थल पर ईवीएम के द्वारा मतदान कर चुके हैं।