राष्ट्रीय

कश्मीरी पंडितों के नरसंहार मामले में एसआइटी जांच की मांग

सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र
नई दिल्ली। कश्मीरी पंडितों के नरसंहार मामले में वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को पत्र लिखा है। पत्र में राष्ट्रपति से मांग की गई है कि वे कश्मीरी पंडितों के नरसंहार से जुड़े सभी मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआइटी) गठित करने का निर्देश दें।
विनीत जिंदल ने अपने पत्र में लिखा कि 1989-1990 में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के मामले में एसआइटी को अब तक दर्ज मामलों की पूरी तरह से जांच करनी चाहिए। उन पीडितों को भी न्याय दिलवाने में मदद करनी चाहिए जो प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से उस समय मामला दर्ज नहीं करवा सके थे। वकील ने तर्क दिया कि यदि सिख विरोधी दंगों से संबंधित मामलों को फिर से खोला जा सकता है तो कश्मीरी पंडितों के मामलों को भी फिर से खोला जा सकता है। उसकी फिर से जांच की जा सकती है। जिंदल ने पत्र में कहा कि नरसंहार के शिकार कश्मीरी पंडित शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक आघात की स्थिति में थे। वे अपनी शिकायतों और बयान दर्ज करने की स्थिति में नहीं थे, इसलिए उन्हें न्याय प्राप्त करने का अवसर मिलना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों देश में निर्देशक विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्मित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज हुई। अपनी इस फिल्म के माध्यम से अग्निहोत्री ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। यह फिल्म आतंकवाद के कारण कश्मीर से विस्थापित हुए कश्मीरी पंडितों पर आधारित है। फिल्म रिलीज होने के बाद से निर्देशक विवेक की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें सरकार की तरफ से श्वाईश् श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। सीआरपीएफ के सात से आठ कमांडो देश भर में हर समय उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। सूत्र ने कहा कि अग्निहोत्री को देश में चतुर्थ सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है। फिल्म रिलीज होने के एक सप्ताह बाद निर्देशक ने कहा था कि उनकी जान को खतरा है। इस फिल्म को कई भाजपा शासित राज्यों की सरकारों ने कर में छूट देकर प्रोत्साहित किया है।

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